Agneepath: सेना में भर्ती को लेकर केंद्र की अग्निपथ योजना को लेकर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। पत्थरबाजी, हिंसा और आगजनी की तस्वीरें देश के लगभग 13 राज्यों से आ रही हैं। ऐसे में आज जल, थल और वायु सेना के अधिकारियों ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि अग्निपथ योजना वापस नहीं ली जाएगी। इस बीच पूर्व आर्मी चीफ और केंद्रीय मंत्री वीके सिंह का बयान सामने आया है। वीके सिंह ने कहा कि यह एक स्वैच्छिक योजना है, जो आना चाहते हैं वो आएं।
"सेना कोई दुकान या कंपनी नहीं है"
अग्निपथ योजना के विरोध में हिंसा और आगजनी को लेकर वीके सिंह ने कहा कि यह एक स्वैच्छिक योजना है। जो आना चाहते हैं वे आ सकते हैं, आपको (हिंसा करने वालों को) आने के लिए कौन कह रहा है? आप बसें और ट्रेन जला रहे हैं, क्या किसी ने कहा है कि आपको सेना में लिया जाएगा?
पूर्व सेना प्रमुख ने एएनआई से बात करते हुए कहा, "मेरा मानना है कि अगर कोई 4 साल सेना में सेवा करने के बाद आता है तो वह सक्षम है और उसे किसी सहारे की जरूरत नहीं है। सेना रोजगार का साधन नहीं है। यह कोई दुकान या कंपनी नहीं है। जो भी सेना में जाता है, स्वेच्छा से जाता है।
तीनों सेनाओं ने आज दी विस्तार से जानकारी
थल सेना, नौसेना और वायुसेना ने अग्निपथ योजना के तहत सैनिकों की भर्ती के लिए रविवार को साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस योजना के तहत अग्निवीरों की भर्ती की नौसेना की योजना का विवरण देते हुए वाइस एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने कहा कि नौसेना मुख्यालय 25 जून तक भर्ती के लिए व्यापक दिशानिर्देश जारी करेगा। उन्होंने कहा कि पहला बैच 21 नवंबर तक प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करेगा। उन्होंने कहा कि नौसेना इस योजना के तहत पुरुषों एवं महिलाओं दोनों की भर्ती कर रही है।
अग्निपथ योजना के तहत लोगों की भर्ती की वायुसेना की योजना के बारे में एयर मार्शल एस के झा ने कहा कि पंजीकरण प्रक्रिया 24 जून को शुरू होगी और भर्ती के पहले चरण के लिए 24 जुलाई को ऑनलाइन परीक्षा प्रारंभ होगी। एयर मार्शल झा ने कहा, ‘‘हम रंगरूटों के पहले बैच का 30 दिसंबर तक प्रशिक्षण शुरू करने की योजना बना रहे हैं।’’
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