Agneepath Scheme: सेना भर्ती को लेकर केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन जारी हैं। इस बीच केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने अग्निपथ योजना को लेकर बड़ा बयान दिया है। अनुराग ठाकुर ने योजना के विरुद्ध प्रदर्शन कर रहे युवाओं से अपील की है कि
वे हिंसा बंद करें और बातचीत के लिये आगे आएं।
''जरूरत पड़ी तो हो सकते हैं योजना में बदलाव''
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार ''खुले मन से'' उनकी शिकायतें सुनने और ''जरूरत पड़ी'' तो बदलाव करने के लिए तैयार है। ठाकुर ने कहा कि अग्निपथ योजना नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा भविष्य में देश को ''अधिक सुरक्षित'' बनाने और देश के युवाओं को ''अवसर'' प्रदान करने की दिशा में लिया गया एक ''ऐतिहासिक निर्णय'' है। ठाकुर ने कहा कि जो युवा देश की सेना में भर्ती होना चाहते हैं, वे कभी हिंसा का रास्ता नहीं अपनाएंगे। लेकिन किसी भी बदलाव को रोकने के एजेंडे में लगे रहने वाले कुछ राजनीतिक दलों ने युवाओं को ''उकसाया'' है।
"सरकार खुले मन से विचार करने के लिए तैयार"
अनुराग ठाकुर ने टीवी9 मीडिया ग्रुप द्वारा आयोजित एक सम्मेलन में सवालों का उत्तर देते हुए कहा, ''मैं देश के युवाओं से अनुरोध करना चाहता हूं कि हिंसा का मार्ग आपको कहीं नहीं ले जाएगा। लोकतंत्र में आपको विरोध करने का अधिकार है, लेकिन सरकारी संपत्ति में आग लगाने का नहीं। लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है।'' उन्होंने कहा, ''यदि आपके पास कोई बेहतर सुझाव है, तो आप लोकतांत्रिक तरीके से अपने विचार अपने मंच या मीडिया के सामने रख सकते हैं या हमें बता सकते हैं। सरकार खुले मन से विचार करने के लिए सदैव तैयार है।''
अग्निपथ स्कीम के खिलाफ 13 राज्यों में आगजनी
देश के 13 राज्यों में अग्निपथ स्कीम के खिलाफ प्रदर्शन जारी है। पिछले 3 दिनों में अग्निपथ के नाम पर जो हिंसा हुई है उससे देश को 200 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। रेलवे ने जानकारी दी है कि भावी अग्निवीरों ने अब तक अलग-अलग ट्रेनों के 50 से भी ज्यादा कोचेस को आग के हवाले कर दिया है। आगज़नी में रेल के 5 से ज्यादा इंजन खराब हो चुके हैं, इसके अलावा प्लेटफॉर्म्स में रेलवे की बुकिंग ऑफिस में तोड़ फोड़ हुई है। कई दफ्तरों के कंप्यूटर सिस्टम को नुकसान पहुंचाया गया है।
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