दिल्ली के बाद हिमाचल से चीन की महिला जासूस गिरफ्तार, जानें भारत में क्या थी ड्रैगन की बड़ी साजिश
Chinese female detective arrested:साधु-संतों के वेश में चीन अपने यहां से महिलाओं को भारत भेजकर जासूसी करवा रहा है। इस कड़ी में पहले दिल्ली और फिर अब हिमाचल प्रदेश के मंडी से चीनी महिला जासूस की गिरफ्तारी एक बड़ी साजिश का हिस्सा है।
Chinese female detective arrested:साधु-संतों के वेश में चीन अपने यहां से महिलाओं को भारत भेजकर जासूसी करवा रहा है। इस कड़ी में पहले दिल्ली और फिर अब हिमाचल प्रदेश के मंडी से चीनी महिला जासूस की गिरफ्तारी एक बड़ी साजिश का हिस्सा है। केंद्रीय जांच एजेंसियों को पूछताछ के दौरान इनके खतरनाक मकसद का खुलासा हुआ है। दरअसल, इन दोनों महिला जासूसों के टारगेट पर हिंदुस्तान में रहने वाले तिब्बती लोग थे, मकसद था झूठे प्रोपोगंडा या फिर पैसे के दम पर चीन के पक्ष में उनका ब्रेनवाश करना।
इन दोनों चीनी महिला जासूसों के जरिये चीन ने हिंदुस्तान में अगले दलाई लामा के उत्तराधिकारी की नियुक्ति से पहले यहां के बौद्ध मठों में चीनी झूठ का प्रोपोगंडा फैलाया जा रहा था। हिमांचल और दिल्ली से गिरफ्तार महिला जासूसों की इस तिकड़ी से पूछताछ में कई और अहम खुलासे हुए हैं।
चीन नए दलाई लामा की नियुक्ति में खुद की दखलंदाजी चाहता है। ड्रेगन का मकसद है कि अगला दलाई लामा या तो चाइना का हो या फिर प्रो चाइना हो। यही वजह है कि चीन दिल्ली और हिमांचल प्रदेश में बसे तिब्बती समाज के लोगों का ब्रेन बोर्श करने में जुटे हैं , जिसके लिए वो अपनी इन्हीं महिला जासूसों का इस्तेमाल लम्बे वक़्त से कर रहा था।
देखें इस मामले में दिल्ली पुलिस की एफआइआर क्या कहती है।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के एफआइआर में लिखा है कि "सेवा में श्रीमान ड्यूटी ऑफिसर, पुलिस स्टेशन स्पेशल सेल, दिल्ली।
निवेदन है कि आज मुझे एक विश्वस्थ सूत्र से इनफार्मेशन प्राप्त हुई थी कि एक चीनी महिला काई रुओ (Cai Ruo) जोकि चीनी पासपोर्ट नंबर E87857750 से 2019 में इंडिया ट्रेवल की थी और अब नेपाली नागरिकता पर डोल्मा लामा (Dolma Lama) के नाम से भारत में रह रही है और एटी-नेशनल एक्टिविटीज में शामिल है।
उपरोक्त लेडी को रोक कर मैंने उसको अपना व टीम का परिचय इंग्लिश में दिया और उससे उसका परिचय पूछा तो लेडी ने अपना परिचय Dolma Lama, D/o Kami Lama Ro Kathmandu, Nepal के रूप में दिया और एक नेपाली नागरिकता प्रमाण पत्र नंबर 27-01-70-06341, जोकि इंग्लिश व नेपाली language में है और उस पर Cai Ruo का फोटो है, दिखाया। लेडी हिंदी या नेपाली language नहीं जानती है। उपरोक्त लेडी ने पूछताछ में माना कि उसको chinese language आती है और वह 2019 में chinese पासपोर्ट पर इंडियन वीसा लगवाकर इंडिया आयी थी और उसका असली नाम Cai Ruo है और वो चाइना के Hainan Province की रहने वाली है।
उपरोक्त लेडी के पासपोर्ट नंबर E87857750 से इंडिया में ट्रेवल हिस्ट्री चेक करवाई गयी। जो FRRO ऑफिस से अब रिप्लाई प्राप्त हुआ है, जिसमें लिखा है कि पासपोर्ट नंबर E87857750 Cai Ruo D/o Car Minguang, Place of Birth Hainan, Nationality China के नाम जारी है और यह Chinese पासपोर्ट है। इस पासपोर्ट पर Cai Ruo ने इंडियन वीसा पर 16.11.2019 को इंडिया आई थी और 25.01.2020 को रानीगंज बॉर्डर से नेपाल चली गयी थी।
लेडी Cai Ruo ने unkonwon persons के साथ मिलकर एक फर्जी नाम से एक फर्जी नेपाली नागरिकता प्रमाणपत्र जो कि एक valuable सिक्यूरिटी है को तैयार करकर व उसको प्रयोग कर भारत में बिना valid वीसा के फर्जी नाम से आकर और रहकर अपराध धारा 1208 read with 419/420/467/474 IPC व 14 Foreigners Act का किया है।
स्पेशल सेल की पूछताछ में खुलासा हुआ है कि दिल्ली से गिरफ्तार ये चीनी मूल की महिला भी हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में लंबे वक्त तक रही थी। इस चीनी महिला जासूस का दावा है कि वो बौद्ध धर्म की शिक्षा लेने भारत आई थी। ये महिला दिल्ली होते हुए काठमांडू जाने की फिराक में थी। उसके पहले इसको मजनू के टीला इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया। महिला के दोनों मोबाइल फोन और इलेक्ट्रॉनिक गेजेट्स फोरेंसिक जांच के लिए भेजे गए हैं।
कुछ इस तरह की कहानी हिमाचल प्रदेश के मंडी से गिरफ्तार चाइना मूल की महिला जासूस ने पुलिस को बताई। मंडी की एसपी के मुताबिक, महिला चौंतड़ा के प्रसिद्ध जोंगसर मठ तिब्बती मोनिस्टरी में पूजा करने के बहाने सितंबर में आई थी। करीब 24 दिनों से उसने चौंतड़ा में डेरा डाल रखा था। पुलिस ने उससे साढ़े छह लाख की भारतीय और 1.10 लाख की नेपाली करंसी व दो मोबाइल फोन सहित कई संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए हैं। महिला के पास दो पासपोर्ट होने की जानकारी सुरक्षा एजेंसियों की मिली है। जबकि महिला रहने वाली चाइना की है, पर नेपाल से फर्जी पासपोर्ट के जरिए भारत मे घुसपैठ की। इसके बाद अब IB समेत देश की कई सेंट्रल एजेंसियों ने दोनों चीनी महिलाओं से कड़ी पूछताछ की है।