Abhijeet Singh Sanga: ज्ञानवापी मस्जिद विवाद में भारतीय जनता पार्टी के नेता कानपुर नगर के बिठुर विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर चल रहे विवाद के बीच भड़काऊ बयान दिया है। उन्होंने महाभारत के कौरवों की राज्यसभा में भगवान श्रीकृष्ण की ओर से दिए गए पांच गांवों को दिए जाने के प्रस्ताव से पूरे विवाद को जोड़कर पेश किया है। साथ ही, सांगा ने कहा है कि अब तो सारे मंदिर वापस लेंगे। अभिजीत सिंह सांगा अपने विवादित बयानों के लिए खासे चर्चित रहे हैं। जानिए कौन हैं अभिजीत सिंह सांगा।
छात्र राजनीति से की पॉलिटिकल करियर की शुरुआत
अभिजीत सिंह सांगा भाजपा के फायरब्रांड नेता माने जाते हैं। उनके बयान कई बार चर्चाओं में रहे हैं। 2 अगस्त 1983 में कानपुर के बिठूर में अभिजीत सिंह सांगा का जन्म हुआ था। उन्होंने कानपुर के वीएसएसडी कॉलेज से ग्रेजुएशन किया। इसी दौरान वह छात्र राजनीति से जुड़े।
सपा से कांग्रेस में आए
अभिजीत सिंह सांगा ने समाजवादी पार्टी से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। अभिजीत सिंह सांगा की मां समाजवादी पार्टी से ब्लॉक प्रमुख रही हैं। कुछ समय बाद अभिजीत ने सपा छोड़ दी और कांग्रेस जॉइन की।
चुनाव से पहले जॉइन की बीजेपी
2012 में अभिजीत सिंह कांग्रेस में शामिल हुए। पार्टी के टिकट पर बिठूर विधानसभा का चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। तब से कांग्रेस में ही सक्रिय रहे। जनवरी 2017 में यूपी विधानसभ चुनाव से ठीक कुछ दिन पहले अभिजीत ने बीजेपी जॉइन कर ली।
दूसरी बार विधायक बने हैं सांगा
स्वतंत्रता सेनानी नानाराव और तात्या टोपे की धरती बिठुर से विधायक अभिजीत सिंह सांगा को कट्टर नेता के रूप में देखा जाता है। दरअसल, बिठुर हिंदू धर्मावलंबियों की आस्था का केंद्र है। इसे भगवान ब्रह्मा का निवास स्थान भी माना जाता है। ऐसे में अभिजीत को इस वर्ग के बीच काफी पॉपुलर माना जाता है। वर्ष 2017 में भाजपा ने अभिजीत सिंह सांगा को खड़ा किया। उन्होंने सपा के मुनींद्र शुक्ला को 58,987 वोटों के अंतर से हराया। वहीं, यूपी चुनाव 2022 में सांगा ने मुनींद्र शुक्ला को 21,073 वोटों से मात दी थी। सांगा इस क्षेत्र में काफी पॉपुलर माने जाते हैं।
'हमने 3 मंदिर मांगे थे तुमने नहीं दिए, अब सारे वापस लेंगे'
अभिजीत सिंह सांगा भाजपा के फायरब्रांड नेता माने जाते हैं। उनके बयान कई बार चर्चाओं में रहे हैं। इस बार उन्होंने अयोध्या के बाद काशी और मथुरा विवाद पर बड़ा बयान दे दिया है। एमएलए अभिजीत ने ट्वीट कर कहा है कि दुर्योधन ने पांच गांव नहीं दिए थे तो उन्हें पूरा राज्य खोना पड़ा था। हमने तीन मंदिर मांगे थे। तुमने नहीं माने। अब तैयार रहो, सारे मंदिर वापस लेंगे। अभिजीत सिंह सांगा के ट्वीट ने अब सियासी हलचल बढ़ा दी है।
विवादित बयान देते रहे हैं अभिजीत
अभिजीत सिंह सांगा अपने विवादित बयानों के लिए खासे चर्चित रहे हैं। उन्होंने किसान आंदोलन के दौरान 1984 जैसे दंगे वाली टिप्पणी कर विवाद खड़ा कर दिया था। तजिया को लेकर भी उनका विवादित बयान सामने आया था। इसमें उन्होंने कहा था कि 'देश में मोदी और प्रदेश में योगी की सरकार है। किसी के माई के लाल में दम हो तो बिठुर में तजिया दफना के दिखा के दिखाए। यहां तजिया नहीं इरादे दफन कर दिए जाएंगे'। अब उनका मस्जिदों को लेकर बयान चर्चा में है।
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