आप की अदालत: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने रजत शर्मा से कहा, ‘अगर मेरा रिश्तेदार भ्रष्टाचार में शामिल होगा तो उसे भी नहीं बख्शूंगा’
आम आदमी पार्टी के नेता एवं पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने लोकप्रिय शो 'आप की अदालत' में इंडिया टीवी के चेयरमैन एवं एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा के सवालों के जवाब दिए।
नई दिल्ली: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को भ्रष्टाचार से दूर रहने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा, "मैं किसी को भी नहीं बख्शूंगा, यहां तक कि अपने करीबी रिश्तेदार को भी नहीं, अगर वह भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाता है।" वह आज सुबह और रात 10 बजे इंडिया टीवी पर पुन: प्रसारित होने जा रहे 'आप की अदालत' शो में रजत शर्मा के सवालों का जवाब दे रहे थे। उनसे पूछा गया था कि आम आदमी पार्टी के विधायक और मंत्री उनसे क्यों डरते हैं, क्योंकि मान कब किसे बर्खास्त कर देंगे कोई नहीं बता सकता।
भगवंत मान ने जवाब दिया: "…और ये भी तो है कि किसी को नहीं पता कि कब किसी को मंत्री बना देंगे। ये है तो ठीक है। हर किसी को इच्छा होनी भी चाहिए कि मैं मंत्री बन सकता हूं। और अगर कोई गलत काम करेगा तो मेरा कोई रिश्तेदार हो या सगा हो, सजा उसको भी मिलेगी। मैंने तो यह बोल रखा है, सवा साल हो गए अगर मैंने 1 रुपये भी सरकार का खा लिया, सरकार के एक रुपये का भी दुरुपयोग किया. तो समझो कि वह एक रुपया नहीं बल्कि सल्फास की गोली खा ली। इससे ज्यादा गारंटी आज के जमाने में कोई नहीं दे सकता।"
गौरतलब है कि पिछले साल अगस्त में मान ने भ्रष्टाचार की शिकायतों के बाद स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला को बर्खास्त कर दिया था, जबकि इस साल फरवरी में AAP विधायक अमित रतन कोटफट्टा को सतर्कता ब्यूरो ने भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया था।
रजत शर्मा: क्या पंजाब में यह परंपरा है कि परिवार में किसी को भी हाथ न लगाया जाए, चाहे वह बादल का परिवार हो या अमरिंदर का?
भगवंत मान: "यही तो दुख है न। हमने तो सबसे पहले अपने स्वास्थ्य मंत्री को निकाला, फिर एक MLA की शिकायत आई, उसको निकाला। अगर हम दूसरों को करप्शन के लिए पकड़ते हैं, तो हमें अपने घर की भी सफाई करनी पड़ेगी। हमारा तो चुनाव चिन्ह भी झाड़ू है सर, सफाई तो करनी पड़ेगी। झाड़ू जहां भी चलेगी, सफाई करेगी। मेरा बस एक ही एजेंडा है कि पब्लिक के पैसों का किसी ने गलत इस्तेमान किया, चाहे 10 साल पहले किया या 15 साल पहले, तो मैं उसका हिसाब लूंगा। हमने कांग्रेस की सरकार के एक मंत्री (सुंदर शाम अरोड़ा) को पकड़ा। उनके घर से नोट गिनने वाली मशीन मिली। बहुत ही शानदार घर था मार्बल से बना हुआ, उसमें बड़े-बड़े कमरे थे। घर पर नोट गिनने वाली मशीन क्या कर रही है? बैंको में तो हो सकती है, किसी के घर में यह मशीन नहीं होती। इसका मतलब इतना पैसा आता था रोज कि उनके घरवालों ने भी कहा कि अब हमसे कैश गिना नहीं जाता, मशीन मंगवा लो। इतना लूट के जाओगे कहां? इतना बड़ा घर बनाया उसने और रहता कहां है? इतने से कमरे में, जेल में।"
रिमोट कंट्रोल
कांग्रेस के इस आरोप के बारे में पूछे जाने पर कि पंजाब में उनकी सरकार AAP के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल द्वारा रिमोट कंट्रोल से चलाई जा रही है, भगवंत मान ने पूछा, "कौन कहता है?"
रजत शर्मा: "राहुल गांधी"।
भगवंत मान: तो पंजाब में राहुल गांधी की पार्टी को कौन चलाता है? क्या राहुल गांधी मोगा से हैं, भटिंडा से हैं? हमारी नेशनल पार्टी है, और हमारी पार्टी का हेड आफिस दिल्ली में है। तो यहीं से फैसले होते हैं, और यहीं कार्यकारिणी बैठती है।
रजत शर्मा: नहीं, राहुल कह रहे थे कि मैं भगवंत मान की बहुत इज्जत करता हूं, लेकिन उनको कोशिश करनी चाहिए कि उनकी सरकार रिमोट कंट्रोल से न चले?
भगवंत मान: "राहुल गांधी जी अपनी पार्टी चलवा लें। देश की राजधानी में, देश की सबसे पुरानी नेशनल पार्टी कांग्रेस के 2015 से कितने विधायक जीतकर आए हैं? जीरो। कितने एमपी हैं? जीरो। कितने राज्यसभा सांसद हैं? जीरो। यहां तक कि जिस इलाके में राहुल गांधी, सोनिया गांधी, बीजेपी और कांग्रेस के सभी नेताओं के घर हैं, वहां का विधायक कौन है? अरविंद केजरीवाल। इसका मतलब क्या हुआ? राहुल गांधी के सब नौकर, माली तक वोट देते हैं हमें। उनको बोलिए, पहले अपनी पार्टी चला लें।"
गुजरात में पंजाब सरकार के विज्ञापन
जब रजत शर्मा ने पूछा कि उनकी सरकार के विज्ञापन गुजरात में क्यों छप रहे हैं, तो पंजाब के सीएम ने दिलचस्प जवाब दिया।
भगवंत मान: "तो गुजरात वाले भी देख लें कि पंजाब में अच्छा काम हो रहा है। वे अपनी सरकार से कहें कि यहां क्यों नही करते आप। हम तो ऐसे ही बताएंगे, सर।"
रजत शर्मा: देखिए, जब बादल साहब या अमरिंदर सिंह की तस्वीरें छपती थीं तो आप कहते थे कि जनता के पैसे की बर्बादी हो रही है। अब आम आदमी क्लीनिक के ऊपर भी भगवंत मान की तस्वीरें दिखती हैं?
भगवंत मान: "कोई अच्छा काम हो रहा है तो उसको पब्लिक तक पहुंचना पड़ेगा। हर एक के पास तो वॉट्सऐप नहीं है। अब गांव में अगर आपको बात पहुंचानी है…मेरी तस्वीर तो वहां भी है जहां आपके कैमरे दिखा नहीं सकते। मेरी तस्वीर लोगों के दिलों में हैं। भीड़ में बहुत से चेहरे देखे हैं, एक चेहरे के पीछे इतनी भीड़ कभी नहीं देखी। सर, प्यार करते हैं लोग आज के जमाने में। मैं जहां जाता हूं, फूलों से मेरी पगड़ी भर जाती है। फूलों को निकालकर कार में बैठने के लिए जगह बनानी पड़ती है। मांएं सिर पर हाथ रख के दुआएं देती हैं, आशीषें देती हैं। मेरी बहनें दुआएं देती हैं। नौजवान लड़के कंधे पपर हाथ रख के सेल्फी लेते हैं। कभी-कभी मैं सोचता हूं कि क्या पुराने जमाने में पुण्य किए थे जो इस जन्म में इतना प्यार मिल रहा है। वर्ना दूसरी पार्टियों के भी नेता हैं, उनके साथ एक बार हाथ मिलाकर उंगलियां गिननी पड़ती हैं कि सभी हैं या एकाध गायब हो गईं।"
रजत शर्मा: वे कहते हैं कि स्टेज चलाना अलग बात होती है, स्टेट चलाना अलग बात होती है?
भगवंत मान: "मैं स्टेट चला रहा हूं। उनको बोलिए कि स्टेज चला लें। 29,237 सरकारी नौकरियां दे दीं, 582 आम आदमी क्लीनिक खोल दिए, 80 और तैयार हैं, स्कूल ऑफ एमिनेंस तैयार है। 15 अगस्त को हम 15 स्कूल ऑफ एमिनेंस खोलने जा रहे हैं। हम 80 से 88 फीसदी घरों को फ्री बिजली दे रहे हैं। पंजाब यहां से (दिल्ली) 200 किलोमीटर की दूरी पर है, आप किसी को भेज कर सच पता करवा लें।"
मूसेवाला हत्याकांड
लोकप्रिय गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या पर, पंजाब के मुख्यमंत्री ने जवाब दिया: "मूसेवाला मेरे तो छोटे भाई की तरह थे। वह एक बहुत बड़े आर्टिस्ट थे। उन्होंने लैंग्वेज बैरियर तक पार कर लिया था। जिस दिन उनके यहां घटना हुई, उस दिन भी उनके घर पर 2 गनमैन थे जिन्हें वह अपने साथ लेकर नहीं गए। उनके पास अपनी बनवाई हुई बुलेटप्रूफ गाड़ी थी, उसे भी लेकर नहीं गए। कारण सिर्फ यह नहीं है। मौत किसी की भी हो, दर्दनाक होती है। हमने 29 गैंगस्टर गिरफ्तार किए हैं, 3 एनकाउंटर में मारे गए हैं। तीन हज़ार पन्नों की चार्जशीट फाइल की है। हम अपनी तरफ से किसी भी ऐसे शख्स को बचाने की कोशिश नहीं कर रहे हैं जो माफिया को राजनीतिक शह देते हैं। हम तो पंजाब की जनता के साथ हैं। उन हत्यारों को किसने पाला हुआ था? वे दूसरी पार्टियों के लोग थे। अब वे सभी माफिया बंद हो गए। सैंड माफिया, लैंड माफिया, ट्रांसपोर्ट माफिया, सब बंद हो गए। इसलिए ये मुझे गाली देते है क्योंकि मुझे तो उनसे पैसे कमाने नहीं हैं।"
122 विधायकों और मंत्रियों, जिनमें पूर्व विधायक भी शामिल हैं, की सुरक्षा वापस लेने पर भगवंत मान ने कहा: "वे सिक्योरिटी गार्ड तो लेते हैं लेकिन उनसे सिक्योरिटी का काम नहीं लेते। अभी भी पंजाब पुलिस के बहुत से लोग हैं, हम उन्हें ढूंढ़ने में लगे हुए हैं। सिक्योरिटी के नाम पर कोई मुर्गियां पालता है, कोई घर का काम करता है कोई बच्चों को स्कूल छोड़ने जाता है। आखिर इतना खतरा किस बात का है? अगर आप जनता के सेवक हैं, तो जनता में ऐसे ही चले जाएं।"
शराब पीने की लत पर
अपनी शराब की लत से जुड़े विवादों को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री ने अपने आलोचकों पर निशाना साधा और कहा कि अगर वह दिन-रात शराब पी रहे होते, तो आज जिंदा नहीं होते।
रजत शर्मा: सुखबीर बादल तो कहते हैं कि भगवंत मान इतनी शराब पीते हैं कि 7-7 दिन तक लगातार गायब रहते हैं?
भगवंत मान: ‘पिछले 12 साल से वे कह रहे हैं कि भगवंत मान दिन-रात शराब के नशे में टल्ली रहते हैं। आप बताइए, अगर कोई आदमी पिछ्ले 12 साल से दिन-रात दारू पी रहा हो, तो क्या वह जिंदा बचेगा? नहीं। तो मेरा कौन सा लोहे का लीवर लगा हुआ है? जब इनके पास कुछ नहीं होता, तब ये ऐसा कहते हैं। मैं तो सुबह 6 बजे उठकर पहली फाइल मंगवा लेता हूं।’