Aap Ki Adalat: भारतीय जनता पार्टी के सीनियर नेता और पूर्व कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इंडिया टीवी पर प्रसारित रजत शर्मा के शो 'आप की अदालत' में कहा कि मैं पार्टी बदलकर नहीं आया हूं। मैं इसी विचारधारा में पैदा हुआ और इसी इसी विचारधारा में दुनिया छोडूंगा। दरअसल, आप की अदालत में रजत शर्मा ने जब रविशंकर प्रसाद से यह सवाल किया कि आप पर यह आरोप है कि आपने विरासत का फायदा उठाया। इसी के जवाब में उन्होंने यह बात कही।
हम जेली भी गए, लाठी भी खाए-रविशंकर प्रसाद
रविशंकर प्रसाद ने कहा-'एक बात बता दूं, पिताजी मेहनत से आगे बढे। हम किराए के मकान में भी रहे। उस किराए के मकान में अटल जी दीनदयाल उपाध्याय को मेरी माताजी फूंक फूंक कर रोटी खिलाया करती थीं। मैंने वो भी देखा है। मेरे पिताजी 94 में गुजर गए। मैं बाल स्वयंसेवक बना। विद्यार्थी परिषद में 12-13 साल काम किया। जेपी मूवमेंट आपने देखा, जेल गए, लाठी खाए। हम पीएचडी हैं। मतलब जेल भी गए। मीसा में बंद हुए। लाठी भी खाए।
ये माफिया तो मरवा भी सकते थे-रविशंकर प्रसाद
रजत शर्मा ने जब जब यह पूछा कि जो आपके साथ थे, जिनके साथ आप जेल में रहे और संघर्ष किया। जब वो (लालू) मुख्यमंत्री बने तो उनके खिलाफ चारा घोटाले का केस कर दिया। पीठ में छुरा भोंक दिया। इस पर रविशंकर प्रसाद ने कहा- अच्छा ये बताइए, जेपी ने क्या सिखाया? भ्रष्टाचार मिटाना है, नया बिहार बनाना है। मैं अपने मित्रों को बताऊंगा। चारा घोटाला क्या है? क्या तीन हज़ार मुर्गी दो महीने में पांच किलो का दाना खा सकती है? गाय-भैंस की सप्लाई जिन गाड़ियों से हुई उनका नंबर स्कूटर का निकला। मतलब भैंस, गाय, स्कूटर में सप्लाई हो रही थी। मैंने पीआईएल दाखिल किया। बहुत बड़ा रिस्क लिया उस समय। ये माफिया मरवा भी सकते थे। सीबीआई की इंक्वायरी हुई। सब पकड़े गए।
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