देश के सबसे चर्चित और लोकप्रिय टीवी शो "आप की अदालत" में इस बार मेहमान बने आचार्य प्रमोद कृष्णम। इस दौरान इंडिया टीवी के एडिटर इन चीफ रजत शर्मा ने प्रमोद कृष्णम से कई तीखे सवाल किए। प्रमोद कृष्णम ने रजत शर्मा के तीखे सवालों का बखूबी जवाब दिया। इस दौरान आचार्य प्रमोद कृष्णम ने पीएम नरेंद्र मोदी की खूब प्रशंसा की। रजत शर्मा ने जब आचार्य से पूछा कि आपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुलाया कल्किधाम के शिलान्यास के लिए, आप तो राहुल या सोनिया गांधी को बुला सकते थे? इसके जवाब में प्रमोद कृष्णम ने कहा, 'माथा देख कर टीका लगाया जाता है। हमारी आस्था का आधार है। यह हमारी श्रद्धा का केंद्र है, हमारी श्रद्धा का शिखर है। किसी भी मंदिर की आधारशिला रखने के लिए हाथों का पवित्र होना जरूरी है। ये भाजपा या कांग्रेस या राजनीति का सवाल नहीं है। यह सनातन की परंपराओं का सवाल है।'
नरेंद्र मोदी को लेकर क्या बोले प्रमोद कृष्णम
उन्होंने कहा कि कल्कि धाम का शिलान्यास किसी ऐसे व्यक्ति से नहीं कराया जा सकता जो बीफ खाने की वकालत करता है। मुझे इस देश के अंदर किसी भी राजनीतिक दल में नरेंद्र मोदी जैसे पवित्र हाथ किसी के नहीं लगे, जिससे कल्कि धाम का शिलान्यास कराया जा सके। आप मुझे सूली पर लटका दें, लेकिन मैं ये बात आखिरी सांस तक कहूंगा कि नरेंद्र मोदी एक ऐसे शख्स हैं, इस देश की राजनीति में। आजादी के बाद तमाम तरह के प्रधानमंत्री हुए, मैं सबका सम्मान करता हूं, सब ने अपने तरीके से देश की सेवा की लेकिन नरेंद्र मोदी जैसा न कोई हुआ है, ना होगा।
प्रधानमंत्री मोदी की तुलना नहीं की जा सकती
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने आगे कहा, "इस देश में एक गरीब चाय वाले के घर में पैदा हुआ व्यक्ति, भारत के प्रधानमंत्री के रूप में 500 साल के संघर्ष को खत्म करके जब राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा करता है, तब सनातन जागृत होता है, जिस व्यक्ति पर भगवान की असीम कृपा होती है, वही इतने बड़े-बड़े फैसले इतनी सरलता से ले सकता है। अगर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ना होते, तो न 370 हटती, न राम मंदिर का निर्माण होता, न तीन तलाक हटता। जिस तरह सम्राट अशोक, सम्राट चंद्रगुप्त, जैसे बहुत से सम्राट हुए, लेकिन सम्राट विक्रमादित्य की तुलना नहीं की जा सकती, उसी तरह भारत में प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी की तुलना नहीं की जा सकती।"
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