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Hindi News भारत राष्ट्रीय Aap Ki Adalat: 'आप की अदालत' में पहुंचे गौर गोपाल दास, बोले- मेरे जीवन में कोई अनामिका नहीं थी

Aap Ki Adalat: 'आप की अदालत' में पहुंचे गौर गोपाल दास, बोले- मेरे जीवन में कोई अनामिका नहीं थी

गौर गोपाल दास आज आप की अदालत शो में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने अपने जीवन के प्रेम के बारे में बताया। उन्होंने इस दौरान आगे कहा कि उनकी जीवन में कोई अनामिका नहीं थी।

Aap Ki Adalat Gaur Gopal Das IN Aap Ki Adalat said there was no Anamika in my life- India TV Hindi Image Source : INDIA TV 'आप की अदालत' में पहुंचे गौर गोपाल दास

Aap Ki Adalat: इंडिया टीवी के खास कार्यक्रम 'आप की अदालत' में इस बार मेहमान बने इस्कॉन फाउंडेशन के सन्यासी गौर गोपास दास। गौर गोपाल दास लेखक, सन्यासी, मोटिवेशनल स्पीकार हैं। साथ ही सोशल मीडिया पर उन्हें काफी पसंद किया जाता है। उनके किताबों और मोटिवेशनल स्पीचों के जरिए लाखों लोग प्रेरणा लेते हैं। इस दौरान 'आप की अदालत' शो में गौर गोपाल दास ने इंडिया टीवी के चेयरमैन एवं एडिटर इन चीफ रजत शर्मा के सवालों का सामना किया। इस दौरान गौर गोपाल दास ने रजत शर्मा के सवालों को बखूबी जवाब भी दिया।

क्या गौर गोपाल दास को हुआ है प्यार?

गौर गोपाल दास से जब रजत शर्मा ने सवाल किया कि क्या आपको कभी प्यार हुआ है? इसके जवाब में गौर गोपाल दास ने मुस्कुराते हुए कहा कि एक बार एक पागलों का दवा खाना था। उसमें एक आदमी गया तो उसने देखा कि एक बंदा पंखे पर लटक रहा था। पंखे पर लटकते हुए वह कहता है कि ओ लैला। डॉक्टर से जब व्यक्ति ने पूछा तो डॉक्टर ने बताया कि लैला के प्यार में वह पागल था। लैला ने भागकर किसी और से शादी कर ली। वह व्यक्ति जब आगे बढ़ता है तो देखता है कि एक और व्यक्ति पंखे से लटककर लैला लैला चिल्ला रहा होता है। जब वह व्यक्ति डॉक्टर से पूछता है कि ये कौन है तो डॉक्टर कहता है कि लैला ने भागकर इसी से शादी की थी।

गौर गोपाल दास बोले- मेरी जिंदगी में कोई अनामिका नहीं

गौर गोपाल दास ने आगे कहा कि क्या हमारी जिंदगी में कोई अनामिका थी। नाम ही नहीं है तभी अनामिका है। हम लोवर मिडल क्लास से आए हैं। पढ़ाई करना जरूरी थी। सपने थे हमारे। सपनों के पीछे लगते-लगते हम इंजीनियरिंग में आए। इंजीनियरिंग में बस असाइन्मेंट करते रहे। ये करते-करते एक समय आ गया और हम संत बन गए। प्यार के लिए वक्त ही नहीं मिला। वक्त मिलता तो कहानी कुछ और होती। उन्होंने आगे कहा कि मैंने एक बात सीखी है कि किसी भी स्त्री, लड़की या इंसान के बारे में भावना आना गलत नहीं है। सन्यासी हो उससे फर्क नहीं पड़ता है। यह भावना गलत नहीं है। इंस्टाग्राम पर कई बार ऐसे मैसेज आते हैं। मैंने उसमें कभी कोई गलती नहीं देखी। इंसान हैं ये भावनाएं होती हैं। क्या मुझे उनकी भावनाओं को फॉलो करना है? 

गौर गोपाल दास बोले- पिछले जन्म में कोई अर्धांगिनी रही होंगी

उन्होंने आगे कहा कि मैंने कभी नहीं कहा कि मैंने किसी से प्यार नहीं किया। मैंने अपनी मां और पिता से प्यार किया है। क्या प्यार का मतलब केवल लड़के और लड़की के बीच का प्यार है। मैंने अपनी मां-पिता, दोस्तों, गुरूजी और अपने साथ रहने वाले और इन सब से प्यार किया है। दर्शकों ने ही मुझे बनाया है। प्यार कर रहे हैं, तभी तो बना हूं। उन्होंने आगे कहा कि इस जीवन में शादी शुदा नहीं हूं। हो सकता है कि पिछले जन्म में कोई मेरी पत्नी रही होंगी। पिछले जन्म की यादें हैं जो कई बार निकल जाती होंगी। 

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