पश्चिम जयंतिया हिल्स जिले के शांगपुंग में रविवार को मेघालय की जोवाई जेल से फरार हुए 6 में से चार विचाराधीन कैदियों की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय लोगों की भीड़ ने, जिनमें ज्यादातर युवा थे, लकड़ी के डंडों से लैस चार कैदियों की मौके पर ही बुरी तरह पिटाई कर दी। दरअसल 6 विचाराधीन कैदी शनिवार की देर शाम जेल प्रहरियों पर हमला कर उन्हें चकमा देकर जोवाई जेल से फरार हो गए और जंगल में शरण ले ली। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि रविवार को भगोड़े अपने ठिकाने से बाहर आए और खाने की तलाश करने लगे, तभी लोगों ने उन्हें पहचान लिया और उन पर हमला कर दिया।
एक भागने वाला कैदी (रमेश दखर) भीड़ के गुस्से से बचने में कामयाब रहा और छठा कैदी घटना के समय कहीं नजर नहीं आया। भीड़ द्वारा हत्या किए गए लोगों में तलंग भी शामिल है, जिसे दो टैक्सी ड्राइवरों की कथित हत्या के सिलसिले में पिछले महीने दखर के साथ गिरफ्तार किया गया था। शेष दो को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी जारी थी।
भीड़ द्वारा देश में हत्याएं होती रही हैं
भारत में भीड़ द्वारा हत्याएं होने की कई घटनाएं सामने आई हैं। इसी तरह की एक घटना पिछले दिनों बिहार में हुई, जहां भीड़ ने खुद ही अदालत बन कर फैसला सुना दिया। दरअसल, हार के औरंगाबाद जिले के कासमा थाना क्षेत्र में कथित रूप से चोरी के आरोप में ग्रामीणों ने एक युवक की पीट पीटकर हत्या कर दी। पुलिस अब पूरे मामले की छानबीन कर रही है।
पुलिस के एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि आरोप है कि एक व्यक्ति महुआईंन गांव में बिगु चौधरी के घर बुधवार की रात चोरी करने की नीयत से घुस गया। रात्रि में जब कुछ आवाज आई तो घर के मालिक की नींद खुल गई और पता चला कि एक चोर चोरी कर रहा है। चोर-चोर हल्ला करने पर आसपास के लोग जुटे और युवक को पकड़ लिया। ग्रामीणों ने पकड़े युवक की जम कर पिटाई कर दी।
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