कश्मीर में बन रही 6.5 किमी लंबी टनल Z-Morh, पूरे साल खुला रहेगा सोनमर्ग, लेह का सफर भी आसान
जाड़े के मौसम में सोनमर्ग में सबसे ज्यादा बर्फबारी होती है और यहां का तापमान -20 डिग्री तक नीचे चला जाता है।
श्रीनगर: कश्मीर की खूबसूरत वादियों को घूमने की तमन्ना रखने वालों के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी है। इन हसीन वादियों के खूबसूरत पर्यटन स्थलों में शुमार सोनमर्ग में 6.5 किलोमीटर लंबी टनल तैयार हो गई है। Z-Morh नाम की इस टनल के बनने के बाद सोनमर्ग के साथ-साथ अब लेह-लद्दाख का सफर भी आसान हो जाएगा। वहीं, कश्मीर के तमाम दूसरे खूबसूरत पर्यटन स्थलों की तरह सोनमर्ग भी अब साल भर खुला रहेगा। इसके अलावा करगिल और लद्दाख के सुगम होने की वजह से इस टनल का सेना को भी काफी फायदा मिलेगा।
पूरे साल पर्यटकों के लिए खुला रहेगा सोमर्ग
Z-Morh टनल को कश्मीर के सोनमर्ग में ऊंची-ऊंची पहाड़ियों के बीच बनाया गया है और यह गगनगीर से सोनमर्ग तक जाती है। इस टनल का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है और इसके बनने के बाद पहलगाम और गुलमर्ग की तरह सोनमर्ग भी साल बार पर्यटकों के लिए खुला रहेगा। बता दें कि जाड़े के मौसम में सोनमर्ग में सबसे ज्यादा बर्फबारी होती है और यहां का तापमान -20 डिग्री तक नीचे चला जाता है। जाड़े के दिनों में यह देश के दूसरे राज्यों से करीब 4 महीने के लिए कट जाता था, लेकिन टनल के बनने के बाद अब साल भर यहां आवागमन हो सकेगा।
सेना को भी टनल से काफी फायदा होगा
Z-Morh टनल में 2 लेन हैं जिनमें एक इमरजेंसी या एस्केप टनल है। यह टनल अब 98 फीसदी तैयार हो चुकी है। इस टनल में CCTV कैमरा, Wi-Fi कनेक्टिविटी और क्रॉस गैलरी जैस कई सुविधाएं मौजूद हैं। Z-Morh टनल के बनने के बाद हिमस्खलन का भी कोई खतरा नहीं होगा। इस टनल से सेना को भी काफी फायदा होगा और बॉर्डर तक राशन और हथियार वगैरह पहुंचाने में काफी आसानी होगी। इंडिया टीवी से बात करते हुए NHIDCL के GM विजय कुमार पांडेय ने कहा कि इस टनल का सिविल वर्क 98 फीसदी पूरा हो चुका है।
दिसंबर 2023 तक पूरी हो सकती है टनल
NHIDCL के GM पांडेय ने उम्मीद जताई कि दिसंबर 2023 तक टनल को आम जनता के लिए खोला जा सकता है। GM ने कहा यह काफी अहम टनल है और इसकी वजह से श्रीनगर से लेह के बीच जो कनेक्टिविटी टूट जाती थी अब वैसा नहीं होगा और साथ ही लदाख का सफर भी आसान हो जाएगा। आम लोगों को इस टनल के खुलने का इंतजार बड़ी बेसब्री से है। यहां के लोगों का कहना है कि टनल के 12 महीने खुले होने से पर्यटन बढ़ेगा और लोगों को रोजगार भी मिलेगा।