चंडीगढ़: पंजाब के अमृतसर में भारत-पाकिस्तान सीमा के पास अटारी-बचीविंड रोड पर पड़े एक बैग में रखा गया एक IED और कुछ भारतीय नोट शुक्रवार को मिले। पंजाब पुलिस के विशेष कार्यबल (STF) ने राज्य में विधानसभा चुनाव से ठीक एक महीने पहले मादक पदार्थ और विस्फोटकों के बारे में एक विशिष्ट सूचना के आधार पर एक तलाशी अभियान शुरू किया और बैग बरामद किया। यह बरामदगी ऐसे समय हुई है जब राष्ट्रीय राजधानी के गाजीपुर फूल मण्डी में एक लावारिस बैग के अंदर RDX और अमोनियम नाइट्रेट वाला एक IED मिला।
‘टारी-बचीविंड रोड पर एक बैग में मिला विस्फोटक’
अमृतसर में IED बरामद होने के बाद पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर दी है। मौके पर मौजूद STF के सहायक महानिरीक्षक रशपाल सिंह ने कहा, ‘5 किलोग्राम वजनी IED अटारी-बचीविंड रोड पर एक बैग में मिला। कुछ भारतीय नोट भी मिले हैं।’ उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों और बम निरोधक दस्ते के सदस्यों को घटनास्थल पर बुलाया गया है और आगे की जांच जारी है। इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (ISYF) समर्थित एक आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश किये जाने के कुछ दिन बाद पंजाब पुलिस ने गुरुवार को कहा कि उसने पठानकोट में ग्रेनेड फेंके जाने की 2 हालिया घटनाओं के प्रमुख आरोपी के खुलासे के आधार पर हथियार और गोला-बारूद के अलावा 2.5 किलोग्राम RDX जब्त किया है।
एके-47 राइफल और कारतूस भी हुए बरामद
पुलिस महानिदेशक वी. के. भावरा ने गुरुवार को चंडीगढ़ में बताया कि पुलिस ने एके-47 राइफलों के 12 कारतूसों के साथ एक डिटोनेटर, एक डिटोनेटिंग कॉर्ड और 5 विस्फोटक फ्यूज भी बरामद किये हैं। पुलिस ने कहा था कि विस्फोटक सामग्री का इस्तेमाल IED बनाने में किया जाना था। डीजीपी ने एक बयान में कहा, ‘गुरदासपुर के गांव लखनपाल के आरोपी अमनदीप कुमार उर्फ मंत्री के खुलासे बयान के आधार पर बरामदगी की गई, जो पठानकोट में ग्रेनेड हमले की दो हालिया घटनाओं का मुख्य आरोपी है।’ कुमार सोमवार को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए 6 ISYF सदस्यों में शामिल था।
आरोपी ने कबूली थी ग्रेनेड फेंकने की बात
गुरुवार को जारी बयान के मुताबिक उसने पठानकोट में 2 अलग-अलग घटनाओं में ग्रेनेड फेंकने की बात कबूल की है। शहीद भगत सिंह नगर की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कंवरदीप कौर ने कहा कि कुमार के खुलासे के बाद टीम गुरदासपुर जिले में भेजी गईं और विस्फोटक सामग्री जब्त की गयी। प्रमुख आरोपी के अनुसार इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) में इनका इस्तेमाल किया जाना था। उन्होंने कहा कि यह खेप ISYF (रोडे) के स्वयंभू प्रमुख लखबीर सिंह रोडे द्वारा कुमार को पहुंचायी गयी थी। रोडे इस समय पाकिस्तान में है और उसने अपने साथी दीनानगर के खराल गांव निवासी सुखप्रीत सिंह उर्फ सुख के हाथों यह खेप भेजी थी।
आतंकी मॉड्यूलों को सक्रिय करने में शामिल है रोडे
बयान के अनुसार पिछले साल जून-जुलाई से रोडे पंजाब और विदेशों में अपने नेटवर्क के माध्यम से सिलसिलेवार आतंकी मॉड्यूलों को सक्रिय करने में प्रमुखता से शामिल रहा है। पुलिस ने सोमवार को कहा था कि उसने ISYF के 6 सदस्यों की गिरफ्तारी के साथ संगठन द्वारा समर्थित बड़े आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश करके पठानकोट में सेना की छावनी के द्वार के बाहर पिछले दिनों ग्रेनेड विस्फोट से जुड़े मामले को सुलझा लिया है। समझा जाता है कि ISYF को पाकिस्तान की गुप्तचर एजेंसी ISI का समर्थन हासिल है।
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