नई दिल्ली: हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़ने की वजह से दिल्ली की यमुना का जल स्तर खतरे के निशान को पार कर गया है जिसकी वजह से दिल्ली के कई निचलों इलाकों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। एहतियात के तौर पर यमुना के आस पास के इलाकों को खाली करवाया जा रहा है साथ ही प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम अलर्ट पर है। अचानक यमुना में इतना पानी आ गया कि देखते ही देखते जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है।
खतरे का निशान पार हुआ तो दिल्ली के निचले इलाकों पर बाढ़ का खतरा बन गया लेकिन इस बार खतरा बड़ा है और यही वजह है कि यमुना के करीब रहने वालों से घर खाली करवाए जा रहे हैं। दो दिन पहले तक दिल्ली की यमुना में इतना कम पानी था कि गणेश विसर्जन के दौरान कई मूर्तियां सही से विसर्जित तक नहीं हो पाई थीं लेकिन अब इतना पानी है कि हर चीज़ को डूबाने को आमादा है।
हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने की वजह से यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। कल ही यमुना का जल स्तर खतरे के निशान को पार कर चुका था और हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया पानी आज जब दिल्ली पहुंचेगा तो यमुना का न सिर्फ जलस्तर और बढ़ेगा बल्कि ये उफान पर भी होगी।
खतरे को देखते हुए दिल्ली सरकार और प्रशासन अलर्ट पर है। इस बड़े खतरे को देखते हुए दिल्ली के मुख्य सचिव ने मंगलवार को आपात बैठक बुलाई जिसमें डिजास्टर मैनेजमैंट टीम के साथ बाढ़ और नियंत्रण विभाग के एक अधिकारी शामिल हुए। डिजास्टर मैनेजमैंट टीम के साथ एनडीआरएफ को अलर्ट रखा गया है। बोट के जरिए यमुना और इसके किनारों पर नजर रखी जा रही है।
बोट के जरिए ही आस पास रहने वाले इलाकों को घर खाली कर सुरक्षित जगहों पर जाने की चेतावनी दी जा रही है। हथिनकुंड बैराज से अबतक करीब 3 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी आ चुका है जबकि आज शाम तक हथिनीकुंड से छोड़ा गया और पानी दिल्ली पहुंच जाएगा जिससे दिल्ली की यमुना के हालात और खराब हो सकते हैं।
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