इंदौर: अजीबो-गरीब घटनाक्रम में 40 वर्षीय महिला अपने युवा बेटे के शव को गुपचुप तौर पर यहां से ऑटो रिक्शा के जरिए नजदीकी धार्मिक नगरी उज्जैन ले गई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
उज्जैन के महाकाल थाने के उप निरीक्षक (एसआई) प्रमोद पाटिल ने आज बताया कि इंदौर के मल्हारगंज थाना क्षेत्र में रहने वाली रीता त्रिपाठी (40) के पुत्र अमित त्रिपाठी (22) की अज्ञात कारणों से मौत हो गई थी। महिला ने अपने परिजनों या स्थानीय पुलिस को इसकी सूचना दिए बगैर कल शाम किराये पर ऑटो रिक्शा लिया और बेटे के शव को इंदौर से करीब 60 किलोमीटर दूर उज्जैन ले आई। वह रास्ते भर रोती रही।
उन्होंने बताया कि उज्जैन पहुंचने पर ऑटो रिक्शा चालक को जब मामला गड़बड़ लगा, तो उसने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर युवक के शव को अपने कब्जे में लिया। पाटिल ने बताया, "महिला का कहना है कि अचानक बेटे की मौत के बाद उसे जब कुछ नहीं सूझा, तो वह उसके शव को लेकर उज्जैन आ गई। उसकी उज्जैन के महाकालेश्वर में गहरी आस्था है और वह अक्सर इस धार्मिक नगरी में आती रहती है।"
उन्होंने बताया कि रीता ने दूसरी शादी की है। महिला का दूसरा पति उसकी पहली शादी से पैदा बच्चों को अपने साथ नहीं रखता है। इस वजह से महिला का बेटा किराये के घर में मां से अलग रहता था। एसआई ने बताया कि पोस्टमॉर्टम के बाद युवक का शव आज उसके परिजनों को सौंप दिया गया। मामले को विस्तृत जांच के लिए इंदौर पुलिस को सौंपा जायेगा।
इस बीच, उज्जैन पुलिस के वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी अरविंद नायक ने बताया कि पहली नजर में लगता है कि युवक का शव 12 से 24 घंटे पुराना था। उस पर किसी बाहरी चोट के निशान नहीं मिले। उन्होंने बताया, "हमने जांच के लिए युवक के शव से रक्त और विसरा के नमूने ले लिए हैं। उसकी मौत का वास्तविक कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चल सकेगा।"
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