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Hindi News भारत राष्ट्रीय अलीगढ़: फ्री में खाने के लिए महिलाओं को CAA के खिलाफ धरने पर बैठाया? जानिए सच्चाई

अलीगढ़: फ्री में खाने के लिए महिलाओं को CAA के खिलाफ धरने पर बैठाया? जानिए सच्चाई

दिल्ली के शाहीन बाग की तर्ज पर देश के अलग-अलग शहरों में इसी तरह के प्रोटेस्ट हो रहे हैं। संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ मुस्लिम महिलाएं धरना दे रही हैं।

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अलीगढ़: दिल्ली के शाहीन बाग की तर्ज पर देश के अलग-अलग शहरों में इसी तरह के प्रोटेस्ट हो रहे हैं। संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ मुस्लिम महिलाएं धरना दे रही हैं। कई लोग ये भी आरोप लगा रहे हैं कि धरने की जगह मिल रहे फ्री खाने की वजह से भी कई महिलाएं आंदोलन में जा रही हैं। अब ये आरोप दूसरे शहरों के लिए कितने सही हैं, ये तो हम नहीं जानते लेकिन अलीगढ़ पुलिस ने इसकी हकीकत पता लगा ली है। 

असल में जब अलीगढ़ में धरने पर बैठी महिलाओं को बातचीत करके उठाने में सफलता नहीं मिली तो पुलिस ने उनकी फोटो खींची और उनके घर का पता किया। इसके बाद पुलिस उनके घर पहुंची। पुलिस घर पहुंची तो असलियत सामने आ गई। धरने पर बैठी महिलाओं ने खुद पुलिस से कहा कि घर के पुरुष उन्हें जबरदस्ती धरने पर भेज रहे हैं, जिससे फ्री में खाना मिल सके। ये हकीकत सामने आई तो धऱना खुद ब खुद खत्म हो गया। 

पुलिस के सामने महिलाओं ने क्या कहा:-

कुछ महिलाएं तो जबरदस्ती धरने पर बैठने के लिए मजबूर किए जाने से इतनी परेशान हो गईं कि वो मदद की गुहार लेकर SSP ऑफिस पहुंच गईं। अलीगढ़ के दिल्ली गेट थाना इलाके की रहने वाली दर्जनों महिलाओं ने एसएसपी से मिलकर शिकायत की। इन महिलाओं का कहना है कि शाह जमाल ईदगाह पर चल रहे धरने पर जाने के लिए कुछ लोग उन पर दबाव बनाते हैं, मारपीट करते हैं। इसके बाद SSP ने पुलिस अफसरों को मारपीट करने वालों के खिलाफ केस दर्ज करने का आदेश दिया।

शुरू में पुलिस ने उन लोगों को भी समझाने की कोशिश की थी जो इन महिलाओं को लेकर धरने वाली जगह तक आते थे। पुलिस ने इन्हें समझाया और साथ ही बताया कि अगर वो आगे भी ऐसा करेंगे तो फिर उनको नोटिस भेजा जाएगा। पुलिस की ये कोशिश सही है। क्योंकि आमतौर पर पुलिस लोगों को डराती धमकाती है लेकिन इस बार पुलिस ने सीधे-सीधे धरने पर बैठी महिलाओं से बात की, उनके घर गई। इसका असर हुआ कि असलियत सामने आ गई और धरना भी खत्म हो गया।

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