नई दिल्ली: महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने इस दिवाली लोगों से वोकल फॉर लोकल के तहत अपील करते हुए महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए #NariSeKharidari नामक एक मुहिम शुरू की है जिसके जरिए उन्होंने लोगों से इस दिवाली पर महिलाओं के हाथों से बनी चीजों को खरीदने के लिए कहा है। स्मृति ईरानी ने इस मुहिम को लेकर ट्वीट करते हुए कहा कि 'नारी से खरीदारी' और 'वोकल फॉर लोकल'- पीएम मोदी जी द्वारा किए गए ये दो आह्वान आज हर भारतीय के लिए एक मिशन बन गए हैं। आइए इस दीपावली पर #NariSeKharidari करके इन दोनों मिशनों का समर्थन करें और हमारे स्थानीय महिला विक्रेताओं/उद्यमियों का समर्थन करें।'' आपकी यह छोटी से कोशिश महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए बड़ा कदम साबित होगी।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने भी इस मुहिम का समर्थन करते हुए कहा कि इस दिवाली, आइए हम भारत में महिलाओं के जीवन को रोशन करें। #NariSeKharidari करके पीएम मोदी के #Vocal4Local के आह्वान और 'महिला नेतृत्व वाले विकास' के उनके दृष्टिकोण का समर्थन करें और महिलाओं के आर्थिक विकास को मजबूत करने में योगदान दें।
गृह राज्य मंत्री, गुजरात हर्ष संघवी
गुजरात गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने स्मृति ईरानी की इस मुहिम पर कहा कि नारी हमारे समाज की मशाल है, वह एक नेता है जो ताकत और साहस का प्रतीक है। हम केंद्रीय मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी जी कि इस दिवाली को #NariSeKharidari के साथ मनाने की दिशा में विशेष पहल की सराहना करते है।
जितना अधिक 'वोकल फॉर लोकल' होंगे, उतना ही हमारे परिवारों में खुशहाली आएगी
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वाराणसी में पिछले महीने आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना के शुभारंभ के बाद जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा था कि हमें इस दिवाली में भी अपने स्थानीय कामगारों का ख्याल रखना है। हम जितना अधिक 'वोकल फॉर लोकल' होंगे, उतना ही हमारे परिवारों में खुशहाली आएगी। प्रधानमंत्री ने लोगों से धनतेरस से दीवाली तक स्थानीय उत्पादों की खरीदारी का आह्वान किया था। इसके साथ यह भी कहा था कि लोकल का मतलब सिर्फ मिट्टी के दीये नहीं हैं।
कोरोना वायरस महामारी के प्रसार पर अंकुश के लिये लागू लॉकडाउन के तीसरे चरण के समाप्त होने से पांच दिन पहले राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने वोकल फॉर लोकल का नारा देते हुए कहा था कि संकट के इस दौर में ‘लोकल’ ने ही हमें बचाया है। स्थानीय स्तर पर निर्मित उत्पादों ने ही आगे बढ़ने का रास्ता दिखाया है, हमें इसे ही अपने आत्मनिर्भर बनने का मंत्र बनाना चाहिये। प्रधानमंत्री ने कहा था कि ‘मेक इन इंडिया’ को सशक्त बनाना है। यह सब आत्मनिर्भरता, आत्मबल से ही संभव होगा। पीएम मोदी ने स्थानीय उत्पाद के मामले में खादी और हथकरघा का उदाहरण देते हुए कहा था कि ‘‘आपसे मैंने इन उत्पादों को खरीदने का आग्रह किया तो इन उत्पादों की बिक्री रिकार्ड स्तर पर पहुंच गई। इसका काफी अच्छा परिणाम मिला।’’
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