महिला को डायन बताकर किया गैंगरेप, गुप्तांग में डाला सरिया
मध्य प्रदेश: डायन होने और जादू-टोना करने की आरोपी चालीस साल की एक आदिवासी महिला से तीन दिन तक शिवपुरी से लगभग 55 किलोमीटर दूर कैमरारा गांव में छह आदिवासियों द्वारा कथित रूप से सामूहिक
मध्य प्रदेश: डायन होने और जादू-टोना करने की आरोपी चालीस साल की एक आदिवासी महिला से तीन दिन तक शिवपुरी से लगभग 55 किलोमीटर दूर कैमरारा गांव में छह आदिवासियों द्वारा कथित रूप से सामूहिक बलात्कार किया गया और रविवार रात आरोपियों ने उसके गुप्तांग में सरिया डालकर घायल कर दिया।
अनुविभागीय अधिकारी पुलिस (एसडीओपी) रामराज सिंह तोमर ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए बताया, 'इस आदिवासी महिला को गंभीर हालत में आज सुबह यहां जिला अस्पताल लाया गया, जहां प्राथमिक इलाज के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए ग्वालियर भेज दिया गया है।' उन्होंने कहा कि पुलिस ने इस वारदात के सभी छह नामजद आदिवासी आरोपियों को भादंवि की धारा 376 :जी: :2:, 346 सहित अन्य संबंधित आपराधिक धाराओं के तहत गिरफ्तार कर लिया है।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक मोहम्मद यूसुफ कुरैशी अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जानकारी लेने के साथ ही पुलिस की कार्रवाई की समीक्षा की।
तोमर ने बताया कि कैमरारा गांव में आदिवासियों की दो बस्तियां हैं, जिनमें एक बस्ती में चालीस वर्षीय पीड़ित महिला रहती है। उसका पति छह माह पहले गुजरात में मजदूरी करने चला गया था और वह अपनी छह साल की बेटी के साथ रहती है। उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले ग्रामीणों ने महिला को डायन और जादू-टोना करने वाली बताकर उसे बस्ती से निकाल दिया था, जिसके बाद वह बस्ती से बाहर झोपड़ी बनाकर रहने लगी।
वारदात के छह आरोपी इस महिला को तीन दिन पहले 29 मई को जबरदस्ती गांव में ले आए और जनवेद आदिवासी के घर में बंधक बनाकर उससे लगातार 31 मई तक सामूहिक बलात्कार करते रहे। कल रात इन आरोपियों ने उसके गुप्तांग में सरिया डालकर गंभीर अवस्था में गांव में छोड़ दिया।
एसडीओपी ने बताया कि इसी दौरान किसी ग्रामीण ने पुलिस को वारदात की सूचना दी, जिसके बाद आज सुबह मौके पर पहुंची पुलिस ने पीड़ित महिला को शिवपुरी जिला अस्पताल में इलाज के लिए भेजा। जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए ग्वालियर भेज दिया गया है।
तोमर ने कहा कि इस वारदात को लेकर पुलिस ने 6 नामजद आरोपियों चौकीदार आदिवासी, सोमवतिया, रामदयाल, कक्कू, ओमकार तथा जनवेद आदिवासी को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में पुलिस प्रकरण दर्ज कर जांच कर रही है।