नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी को छोड़ने के बाद वरिष्ठ वकील एच एस फुल्का ने कहा है कि सिख दंगों के मामलों में सज्जन कुमार को जेल भिजवाने के बाद वे पीछे नहीं हटेंगे और तबतक केस लड़ते रहेंगे जबतक कमलनाथ और जगदीश टाइटलर को जेल की सजा नहीं हो जाती। उन्होंने शुक्रवार को एक प्रेस वार्ता के दौरान यह बयान दिया है। फुल्का ने गुरुवार को आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।
कांग्रेस नेता कमलनाथ और जगदीश टाइटलर पर 1984 के सिख दंगों में शामिल होने का आरोप है, कमलनाथ अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं और जब मुख्यमंत्री पद को लेकर उनके नाम की घोषणा हुई थी तो सिख दंगों को लेकर उनके ऊपर लगे आरोपों का जिन्न फिर से बाहर आ गया था। गुरुवार को पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने एक भाषण में कहा था कि जिन लोगों पर सिख दंगों में शामिल होने का आरोप लगा है उन्हें कांग्रेस ने मुख्यमंत्री बना दिया है।
एच एस फुल्का ने शुक्रवार को यह भी कहा है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे ने जो मुहिम छेड़ी हुई थी उसको राजनीतिक दल मे बदलना एक गलत फैसला था। शुक्रवार को एच एस फुल्का ने कहा कि 5 साल राजनीति में रहने के बाद वह यह मानते हैं कि अन्ना हजारे की मुहिम को राजनीतिक दल में नहीं बदलना चाहिए था।
गौरतलब है कि अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जो मुहिम छेड़ी थी, उसी मुहिम में शामिल लोगों ने मिलकर बाद में आम आदमी पार्टी का गठन किया था। हालांकि गठन के समय आम आदमी पार्टी में जितने लोग जुड़े थे उनमें से अधिकतर प्रभावशाली लोग अब पार्टी छोड़ चुके हैं।
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