एटम बम इस्लामाबाद पर गिरा तो...कल्पना से भी परे होगा इसका अंजाम
अगर हिंदुस्तान और पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध हुआ तो इसका प्रकोप सिर्फ एक शहर, एक प्रांत या एक देश तक सिमित नहीं होगा बल्कि इस विनाश की चपेट में पूरी दुनिया आ जाएगी।
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने का बाद से हिंदुस्तान और पाकिस्तान दोनों तरफ तनाव है। पाकिस्तान बार-बार परमाणु युद्ध की धमकी दे रहा है लेकिन भारत शांत है पाकिस्तान की धमकियों का जवाब नहीं दे रहा है लेकिन अगर दोनों देशों के बीच परमाणु युद्ध हुआ तो इसका अंजाम बहुत भयानक होगा और कल्पना से भी परे होगा। भारत के पास करीब 130-140 परमाणु बम हैं, जबकि पाकिस्तान के पास 140-150 न्यूक्लियर बम हैं। अगर युद्ध हुआ तो एक बार में 2 करोड़ 10 लाख लोग मारे जाएंगे। इनमें से 50 लाख लोग बम की तपिश से झुलस जाएंगे, लाखों लोगों की मौत का कराण रेडिएशन बनेगा और पृथ्वी की आधी ओज़ोन परत तबाह हो जाएगी। आसमान पर काला धुआं छा जाएगा, बेहिसाब ठंड पड़ेगी और करीब 2 अरब लोग भूख से मारे जाएंगे।
अगर हिंदुस्तान और पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध हुआ तो इसका प्रकोप सिर्फ एक शहर, एक प्रांत या एक देश तक सिमित नहीं होगा बल्कि इस विनाश की चपेट में पूरी दुनिया आ जाएगी। दोनों देशों में कोई भी मुल्क पहले हमला करे, इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि इस चिंगारी को कोई भी भड़काए आग दोनों तरफ बराबर लगेगी।
भारत और पाकिस्तान के पास मिलाकर करीब 300 परमाणु बम हैं। अगर इनमें से आधे परमाणु बमों का भी इस्तेमाल हुआ तो क्या होगा, ये सवाल ही डरा देता है। पाकिस्तान के पांच बड़े शहर कराची, लाहौर, इस्लामाबाद, रावलपिंडी और पेशावर हैं और ये पांचों शहर भारतीय परमाणु हथियार की रेंज में हैं। 1945 में हिरोशिमा में जिस परमाणु बम ने विनाश किया था वो सिर्फ 15 किलोटन का था। भारत के पास इससे कई गुना बड़े और खतरनाक परमाणु बम हैं।
अगर पाकिस्तान परमाणु जंग शुरू करता है तो भारत इन पाचों शहरों को निशाना बना सकता है जिसके बाद ऐसे तबाही मचेगी जिसके बारे में सोचकर ही रूह कांप जाता है। अगर इस्लामाबाद पर 100 किलोटन का एटमी बम फोड़ा गया तो धमाके के 0.79 किलोमीटर तक सब कुछ खत्म हो जाएगा। कंक्रिट की बिल्डिंग छोड़ कर कुछ भी नहीं बचेगा। 3.21 किलोमीटर तक भूकंप के बेहद तेज झटके लगेंगे। 10.5 किलोमीटर तक रेडिएशन फैलेगा जिससे इंसान जानवर कोई भी नहीं बच पाएगा।
धमाके की वजह से 14.2 किलोमीटर तक सारी इमारते गिर जाएगी और बिल्डिंग में छिपे इंसान भी नहीं बच पाएंगे। 47.9 किलोमीटर थर्मल रेडिएशन का असर होगा जो लाखों लोगों को निगल जाएगा। 100 किलोमीटर तक घरों की खिड़कियां चटक जाएंगी। इस्लामाबाद के 13 किलोमीटर दूर पेशावर है, 36 किलोमीटर वाह शहर है और 110 किलोमीटर मरदान शहर है, यानि एक बम तीन शहर बर्बाद कर देगा। लेकिन ऐसा नहीं है कि परमाणु बम का असर सिर्फ पाकिस्तान तक रहेगा, बल्कि प्रलय तो परमाणु बम से मची बर्बादी के बाद आएगा और करीब 2 अरब लोग भूखे प्यासे मर जाएंगे।
परमाणु धमाके में एक सेकेंड में बेहिसाब ऊर्जा निकलती है। विस्फोट की जगह पर तापमान हजारों डिग्री सेलसिय्म पहुंच जाता है। इस धमाके के बाद जो काला धुआं निकलेगा वो पृथ्वी पर छा जाएगा और दिन में काली अमावस्या का प्रकोप शुरू हो जाएगा। अगर हिंदुस्तान-पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध होता है तो इसका असर दुनिया पर कैसे पड़ेगा, वैज्ञानिकों ने जब इस पर शौध किया तो दुनिया भर में सन्नाटा पसर गया।
भारत-पाक परमाणु युद्ध से निकला काला धुआं धीरे-धीरे पूरी दुनिया पर छाने लगेगा। करीब 15 दिन में पूरी दुनिया में अंधेरा छा जाएगा। धुआं बेहद काला होगा जो सूरज की रोशनी को सोख लेगा जिस कारण तापमान गिरना शुरू हो जाएगा और दुनिया में प्रचंड ठंड की मार पड़ेगी। पेड़-पौधे, वनस्पतियां सब खत्म हो जाएंगे। न्यूक्लियर धुएं से पृथ्वी का मौसम साइकिल खत्म हो जाएगा। भारत और पाकिस्तान में तो ज़िंदगी पहले ही दम तोड़ चुकी होगी। अमेरिका में भी खेत कभी लहरा नहीं सकेंगे और दुनिया भर में भूख से दंगें फसाद शुरू हो जाएंगे।
हिरोशिमा में परमाणु धमाके को 74 साल बीत चुके हैं लेकिन आज भी वहां पैदा होते बच्चों में रेडिएशन का असर नजर आता है। भारत-पाकिस्तान युद्ध तो उससे सैकड़ों गुना ज्यादा विध्वंसक होगा जिसका असर सैकड़ों साल तक मौजूद रहेगा। हिंदु्स्तान और पाकिस्तान दोनों देशों के पास परमाणु हथियार हैं। पाकिस्तान के पास करीब 150 परमाणु बम हैं जिनमें से 66% बम जमीन से वार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल पर मौजूद हैं। वहीं भारत 56 फीसदी परमाणु बमों को मिसाइल से पाकिस्तान पर दाग सकता है।
पाकिस्तानी लड़ाकू विमान 38 फीसद परमाणु बम दाग सकते हैं जबकि भारत अपने फाइटर प्लेन से 45 फीसद परमाणु हमला कर सकता है। वहीं पाकिस्तान के पास जल यानि समंदर के अंदर से परमाणु हमला करने का कोई तरीका नहीं है जबकि भारतीय पनडुब्बी में 12 परमाणु मिसाइल हर वक्त तैयार रहती हैं। परमाणु युद्ध होगा या नहीं ये पाकिस्तान को तय करना है क्योंकि जिस तरह से पाकिस्तान न्यूक्लियर वॉर के लिए तड़प रहा है वो साफ बताता है कि इमरान खान को परमाणु युद्ध कैसे लड़ा जाता है इसका ज़रा भी अंदाजा नहीं है।
परमाणु युद्ध की रणनीति जल, थल और नभ से तय होगी। पाकिस्तान का कुल क्षेत्र 7 लाख वर्ग किलोमीटर का है जबकि भारत का क्षेत्र 32 लाख वर्ग किलोमीटर से भी ज्यादा है। यानि महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और राजस्थान को मिला दिया जाए तो वो पाकिस्तान से बड़े साबित होंगे। ऐसे में अगर पाकिस्तान भारत पर पहले परमाणु वार करता भी है तो हिंदुस्तान तब भी खड़ा रहेगा लेकिन हिंदुस्तान के आक्रोश के सामने पाकिस्तान भस्म हो जाएगा।