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कौन हैं आरसीपी सिंह? नीतीश कुमार की जगह बनाया गया JDU अध्यक्ष

जनता दल यूनाइटेड (JDU) को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल गया है। रविवार को पटना में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नए अध्यक्ष के नाम पर अंतिम फैसला लिया गया।

कौन हैं आरसीपी सिंह? नीतीश कुमार की जगह बनाया गया JDU अध्यक्ष- India TV Hindi Image Source : TWITTER कौन हैं आरसीपी सिंह? नीतीश कुमार की जगह बनाया गया JDU अध्यक्ष

पटना: जनता दल यूनाइटेड (JDU) को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल गया है। रविवार को पटना में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नए अध्यक्ष के नाम पर अंतिम फैसला लिया गया। आरसीपी सिंह को JDU का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया है। उनका पूरा नाम रामचंद्र प्रसाद सिंह है।

नीतीश कुमार का इस्तीफा

JDU राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में खुद नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देने का एलान किया, जिसके बाद आरसीपी सिंह को जेडीयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव दिया गया और उसे सर्वसम्मति से मंजूर कर लिया गया। वह नीतीश कुमार के करीबी माने जाते रहे हैं।

जेडीयू कोटे से राज्यसभा सांसद हैं सिंह 

62 वर्षीय आरसीपी सिंह बिहार से जेडीयू कोटे से राज्यसभा सांसद हैं। वह पहली बार 2010 में राज्यसभा गए थे और उसके बाद 2016 में फिर से उन्हें नीतीश कुमार ने भेजा था। वह नालंदा जिले के मुस्तफापुर के रहने वाले हैं। आरसीपी सिंह अवधिया कुर्मी जाति से आते हैं।

आईएएस अफसर रह चुके हैं आरसीपी सिंह

वह यूपी कैडर में आईएएस अफसर रह चुके हैं। सिविल सर्विस के दौरान वह यूपी सरकार के काफी अहम विभागों में काम कर चुके हैं। इतना ही नहीं, वह नीतीश सरकार में प्रिंसिपल सेक्रेटरी भी रहे हैं। उन्हें नीतीश कुमार का खास माना जाता है।

नीतीश कुमार के राजनीतिक उत्तराधिकारी

गौरतलब है कि नीतीश कुमार पहले भी कई बार पार्टी का नेतृत्व आरसीपी सिंह को देने की बात कह चुके थे। हाल ही में नीतीश कुमार ने पटना स्थित पार्टी कार्यालय में नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक के दौरान कहा था कि उनके बाद आरसीपी सिंह ही सब कुछ देखेंगे।

JDU में नंबर दो थे आरसीपी सिंह

ऐसा कहा जाता है नीतीश कुमार अब फैसलों में आरसीपी की सलाह को जरूर शामिल करते हैं। आरसीपी सिंह को JDU में नंबर दो भी माना जाता था। चुनाव के समय सीटों का बंटवारा हो या पार्टी में प्रत्याशियों का चयन उनकी भूमिका अहम रहती थी।

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