नई दिल्ली. पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम में Jonas Masetti का जिक्र किया, जिन्हें विश्वनाथ के नाम से भी पहचाना जाता है। पीएम मोदी ने कहा, "भारत की संस्कृति और शास्त्र, हमेशा से ही पूरी दुनिया के लिए आकर्षण के केंद्र रहे हैं। कई लोग तो इनकी खोज में भारत आए और हमेशा के लिए यहीं के होकर रह गए, तो कई लोग वापस अने देश जाकर इस संस्कृति के संवाहक बन गए। मुझे Jonas Masetti के काम के बारे में जानने का मौका मिला, जिन्हें 'विश्वनाथ' के नाम से भी जाना जाता है।"
पीएम मोदी ने बताया, "जॉनस ब्राजील में लोगों को वेदांत और गीता सिखाते हैं। वे विश्वविद्या नाम की एक संस्था चलाते हैं, Rio De Janeiro से घंटेभर की दूर पर Petropolis के पहाड़ो में स्थित है। जॉनस ने मैकेनिकल Engineering की पढ़ाई करने बाद, स्टॉक मार्केट में अपनी कंपनी में काम किया, बाद में उनका रुझान भारतीय संस्कृति और खासकर वेदांत की तरफ हो गया। स्टॉक से लेकर Spirituality तक वास्तव में उनकी एक लंबी यात्रा है।"
पीएम मोदी ने कहा, "जॉनस ने भारत में वेदांत दर्शन का अध्ययन किया और 4 साल तक वे कोयंबटूर के आर्श विद्या गुरुकुलम में रहे हैं। जॉनस में एक और खासियत है, वो अपने मैसेज को आगे पहुंचाने के लिए टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर रहे हैं। वह नियमित रूप से ऑनलाइन प्रोग्राम करते हैं। वे प्रतिदिन पोडकास्ट करते हैं। पिछले 7 सालों में जॉनस ने वेदांत पर अपने Free Open Courses के माध्यम से डेढ़ लाख से अधिक छात्रों को पढ़ाया है।"
उन्होंने आगे कहा कि जॉनस न केवल एक बड़ा काम कर रहे हैं, बल्कि उसे एक ऐसी भाषाा में कर रहे हैं, जिसे समझने वालों की एक संख्या भी बहुत अधिक है। लोगों में इसको लेकर काफी रुचि है कि कोरोना और Quarantine के इस समय में वेदांत कैसे मदद कर सकता है? 'मन की बात' के माध्यम से मैं जॉनस को, उनके प्रयासों के लिए बधाई देता हूं और उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देता हूं।
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