कौन है बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित जो रोजाना 10 लड़कियों का करता था रेप?
जिस तरह शिवलिंग की पूजा होती है, उसी तरह बाबा अपने लिंग की पूजा करने को कहता है। जो लड़कियां वहां रहती हैं, उन्हें नशे की दवाई पिलाकर रखा जाता है। शुरुआत में लड़कियों से एक रस्म करवाई जाती है जिसे वे 'भट्टी' कहते हैं।
नई दिल्ली: दिल्ली के रोहिणी स्थित एक आध्यात्मिक आश्रम पर दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश पर विशेष जांच टीम ने जब छापेमारी की तब किसी को भी ये अंदेशा नहीं था कि एक और ढोंगी बाबा राम रहीम को पर्दाफाश होने वाला है। इस छापेमारी के दौरान आध्यात्म की ओर ले जाने की ओर दावा करने वाले आश्रम में ड्रग्स की गोलियां और सीरींज बरामद हुए। इस आश्रम को चलाने वाले का नाम वीरेंद्र देव दीक्षित है। इसके पापलोक पर शुक्रवार 22 दिसंबर को भी पुलिस ने दिल्ली महिला आयोग के साथ द्वारका में बने आश्रम पर छापा मारा। दिल्ली महिला आयोग के मुताबिक़ इस आश्रम का हाल भी विजय विहार के आश्रम की तरह ही था जहां कई नाबालिग लड़कियों को ताले में बंद करके रखा गया था। वीरेंद्र देव दीक्षित के काले किले के ताले जैसे-जैसे टूट रहे हैं हर बार नया और चौकाने वाला सच सामने आ रहा है।
मूल रूप से फर्रुखाबाद निवासी 70 साल के वीरेंद्र देव दीक्षित पर आरोप है कि इस आश्रम में लड़कियों को कैद करके नशे की हालत में रखा जाता है और उनका यौन शोषण होता है। वीरेंद्र देव दीक्षित का कंपिल के गंगा रोड पर भव्य आश्रम है। ये आश्रम 19 साल पहले कोलकाता की एक लड़की के अपहरण और उसके साथ दुष्कर्म के आरोपों की वजह से पहली बार चर्चा में आया था। उसके बाद इस आश्रम पर कई बार आरोप लगे की यहां लड़कियों का यौन शोषण होता रहा है। वहीं, वीरेंद्र देव के विरुद्ध यौन उत्पीड़न, पुलिस मुठभेड़ और कई अन्य संगीन धाराओं में आधा दर्जन मुकदमे दर्ज हैं।
1998 से दर्ज हो रहे हैं बलात्कार के मामले
-बाबा पर अब तक अलग-अलग थानों में 10 एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं। इनमें से ज़्यादातर बलात्कार के मुकदमे हैं। ये शिकायतें 1998 से लेकर अब तक पुलिस थानों में दर्ज की गई हैं।
-अलग-अलग थानों में दर्ज 10 एफआईआर के अलावा पुलिस की डायरी एंट्री में एक महिला की आत्महत्या का मामला भी दर्ज है। 7 दिसंबर 2016 को जीटीबी अस्पताल ने ये मामला दर्ज करवाया था। इस महिला ने आश्रम की छत से कूद कर जान दे दी थी।
-इसके अलावा 4 मार्च 2017 को एक महिला ने आश्रम में कथित तौर पर फांसी लगाई थी। इस केस की जांच के दौरान आश्रम की महिलाओं ने उस पर भूत-प्रेत का साया होने की बात कही लेकिन इस जांच का नतीजा क्या रहा, ये अभी तक सामने नहीं आया है।
पीड़ितों से बात करने के बाद पता चलता है कि लड़कियों को हार्मोन बढाने वाली दवाइयां दी जाती हैं ताकि उनसे यौन संबंध बनाए जा सके। बाबा उनसे मालिश करवाता था, नहलाने को कहता था और अपने साथ यौन संबंध बनाने के लिए फुसलाता था। कानपुर की एक 13 साल की लड़की ने उन्हें बताया कि उसे राजस्थान ले जाकर उसका यौन शोषण किया गया था और विरोध करने पर उसे मारा पीटा जाता था।
अगले स्लाइड में शिवलिंग की तरह ही अपने लिंग की पूजा करवाता था बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित.....