यदि आज भारत-चीन के बीच छिड़ जाए युद्ध तो...किसकी सेना है ज़्यादा ताकतवर?
लड़ाई में क्रूरता और लड़ाई की हर कला आनी चाहिए, वो लड़ने का जुझारूपन होना चाहिए, क्या यह सब भारत की सेना में है? तो आइए नजर डालते हैं भारत और चीन के पास मौजूदा हालात में उपलब्ध सैन्य ताकत क्या है। जहां चीन लगातार अपनी सेना का आधुनिकीकरण कर रहा है तो भ
नई दिल्ली: चालबाज चीन बॉर्डर पर चाल चलने में जुटा है। कभी वो पड़ोसी देशों के साथ विवाद को बढ़ाता है तो कभी अपनी सेना को जंग के लिए तैयार रहने का फरमान सुनाता है। दस दिन में ये दूसरा मौका है जब चीन ने अपनी सेना को जंग जीतने के लिए तैयार रहने को कहा है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या ड्रैगन अपनी पड़ोसी देशों पर हमले के फिराक में है? यदि ऐसे में आज भारत और चीन के बीच युद्ध छिड़ जाए तो? यह बड़ा प्रश्न है क्यूंकि दोनों की सेना का आंकलन अगर किया जाए तो गोला-बारूद और साजो सामान में तो वह हमारी सेना से बेहतरीन है की किन्तु सैनिकों की दृष्टी से भी चीन की सेना के सैनिक एक से बढकर एक हैं और क्रूर लड़ाके हैं।
लड़ाई में क्रूरता और लड़ाई की हर कला आनी चाहिए, वो लड़ने का जुझारूपन होना चाहिए, क्या यह सब भारत की सेना में है? तो आइए नजर डालते हैं भारत और चीन के पास मौजूदा हालात में उपलब्ध सैन्य ताकत क्या है। जहां चीन लगातार अपनी सेना का आधुनिकीकरण कर रहा है तो भारत भी इसमें कहीं से भी पीछे नहीं है. तो आखिर किस तरह विश्व की ये दो सेनाएं आपस में बराबरी करती हैं आइये देखते हैं-
कौन कितना मजबूत?
ताकत | भारत | चीन |
रक्षा बजट | 3 लाख 30 हज़ार करोड़ रुपये | 10 लाख 50 हज़ार करोड़ रुपये |
सैनिक | 13,25,000 | 22,85,000 |
कॉम्बैट टैंक | 4, 426 | 6, 457 |
फाइटर प्लेन | 1,380 (सुखोई, मिराज,जगुआर, सुखोई-30, MIG-27, MIG-21, MIG-29) | 1,669 (JH-7,J-11, J-10, चीनी सुखोई 30) |
मिसाइल | ब्रह्मोस, अग्नि, पृथ्वी, आकाश और नाग | डांग फेंग-5 |
एयरक्रॉफ्ट कैरियर | 3 | 1 |
आर्म्ड व्हेकिल्स | 6,704 | 4,788 |
टैंक | 568 | 2800 |
सब मरीन | 15 | 60 |
युद्धपोत | 27 | 75 |
परमाणु हथियार | 50 से 90 | 150 से 200 |
चीन के पास निश्चित तौर पर भारत से ज्यादा लड़ाकू विमान हैं लेकिन उसके पास भारतीय लड़ाकू विमान सुखोई 30 एमकेआई की कोई काट नहीं है। भारतीय सुखोई 30 एमकेआई चीन के सुखोई 30 एमकेएम से कहीं ज्यादा ताकतवर है। भारतीय सुखोई 30 एक साथ 20 निशाने साध सकता है जबकी चीनी सुखोई 30 एक बार में बस दो निशाने साध सकता है। खास बात ये है कि एक ओर जहां चीन का डोकलाम मुद्दे पर भारत से विवाद है वहीं दूसरी ओर साउथ चाइना सी को लेकर कई देशों से रिश्ते तल्ख हैं।
23 देशों से चीन की दुश्मनी
- भारत से डोकलाम में अवैध सड़क निर्माण और अक्साई चिन पर कब्जा के कारण विवाद
- पाकिस्तान से सीमा विवाद
- भूटान में डोकलाम में हस्तक्षेप
- म्यांमार के भू-भाग पर विवाद
- उत्तर कोरिया से जिन्दाओ पर झगड़ा
- दक्षिण कोरिया पर जताता है अपना हक
- इंडोनेशिया से दक्षिण चीन सागर पर विवाद
- सिंगापुर से दक्षिण चीन सागर पर विवाद
- मलेशिया से तटीय द्वीपों के अधिकार पर विवाद
- कजाकिस्तान से सीमा विवाद
- किर्गिस्तान से जमीन के अधिकार पर विवाद
- ताजिकिस्तान से जमीन के अधिकार पर विवाद
- अफगानिस्तान से बॉर्डर के वन क्षेत्र पर विवाद
- रूस से सीमा की दावेदारी पर विवाद
- जापान से सेनकाकु द्वीप पर झगड़ा
- मंगोलिया को अपना हिस्सा मानता है चीन
- फिलीपींस, कंबोडिया से जमीन पर हक को लेकर झगड़ा
वहीं अगर सेना में भर्ती होने की उम्र वाले युवाओं की संख्या की बात की जाए, तो चीन के पास ऐसे करीब 1 करोड़ 95 लाख युवा हैं। जबकि भारत के पास 2 करोड़ 30 लाख। हालांकि अगर सक्रिय सैनिकों की बात की जाए तो चीन हमसे आगे है, चीन के पास साढ़े 22 लाख सक्रिय सैनिक हैं, जबकि भारत के पास लगभग 12 लाख सक्रिय सैनिक हैं। सेना की ताकत की बात की जाए तो चीन के पास 6 हज़ार 457 कॉम्बैट टैंक हैं, जबकि भारत के पास 4 हज़ार 426 कॉम्बैट टैंक हैं।