नई दिल्ली: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मंगलवार को कहा कि अगले सात दिनों के दौरान दिल्ली और राजस्थान, हरियाणा तथा पंजाब के कुछ हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ने की ‘‘संभावना नहीं’’ है। IMD ने एक बयान में कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून अब तक राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब के कुछ हिस्सों को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में छा चुका है। बयान में कहा गया है कि इस वर्ष मानसून की मुख्य विशेषता पूर्वी, मध्य और उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य से पहले आगे बढ़ना है। हालांकि, अगले सात दिनों के दौरान देश के शेष हिस्सों में इसके और आगे बढ़ने की संभावना नहीं है।
IMD के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर में 26 जून के आसपास हल्की बारिश होने का अनुमान है, लेकिन इस क्षेत्र को अभी मानसूनी बारिश का इंतजार करना होगा। मौसम कार्यालय ने इससे पहले अनुमान जताया था कि मानसून 12 दिन पहले यानी 15 जून तक दिल्ली पहुंच सकता है। आमतौर पर मानसून 27 जून तक दिल्ली पहुंच जाता है और आठ जुलाई तक पूरे देश में आ जाता है।
मौसम का अनुमान लगाने वाली निजी कंपनी ‘स्काईमेट वेदर’ के अनुसार, पिछले वर्ष दिल्ली में 25 जून को मानसून पहुंचा था और 29 जून तक पूरे देश में छा गया था। स्काईमेट वेदर के महेश पलावत ने कहा कि संभावना है कि दिल्ली में जून के आखिर के आसपास ही मानसूनी बारिश होगी।
उन्होंने कहा, ‘‘पश्चिमी हवाएं कुछ दिनों से उत्तर-पश्चिम भारत के शेष हिस्सों में मानसून को आगे बढ़ने से रोक रही हैं। इनके कम से कम एक सप्ताह तक बने रहने की उम्मीद है।’’ पलावत ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर पश्चिम भारत में आने वाले दिनों में तापमान 38-39 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान है।
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