जानिए व्यापम घोटाले से जुड़ी छोटी-बड़ी हर बात
नई दिल्ली: जिस व्यापम घोटाले को लेकर अब तक सैकड़ों सवाल उठाए जा चुके हैं उसे लेकर देश के गृह मंत्री का कहना है कि इस मामले में सीबीआई जाँच की कोई ज़रूरत नहीं है। राजनाथ सिंह
नई दिल्ली: जिस व्यापम घोटाले को लेकर अब तक सैकड़ों सवाल उठाए जा चुके हैं उसे लेकर देश के गृह मंत्री का कहना है कि इस मामले में सीबीआई जाँच की कोई ज़रूरत नहीं है। राजनाथ सिंह का व्यापम घोटाले को लेकर आये हालिया बयान में उन्होंने कहा है कि इस मामले में हुई जाँच से हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट संतुष्ट हैं। अतः इस मामले में सीबीआई जाँच की कोई ज़रूरत नहीं है। मामले की जाँच के लिए बनाई गई एसआईटी (स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम) अपना काम कर रही है। व्यापम मामले को लेकर अब तक कई संगीन आरोप लगते रहे हैं। इस मामले के तूल पकड़ने के बाद से अब तक कुल 46 लोगों की मौत हो चुकी है। जिसमें एक वरिष्ठ पत्रकार भी शामिल है।
व्यापम स्कैम की गुत्थी दिनोंदिन उलझती जा रही है। बीते 3 दिनों में हुई तीन रहस्यमय मौतों के बाद अब इस विवाद ने एक नया मोड़ ले लिया है। कॉग्रेस, आम आदमी पार्टी समेत तमाम राजनीतिक पार्टियां जहां एक ओर बीजेपी को इस मुद्दे पर आड़े हाथो ले रही हैं, वहीं मध्य प्रदेश के मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान बैकफुट पर नजर आ रहे हैं। शिवराज सरकार के मंत्रियों के बेतुके बयान भी चौहान की मुश्किलो को बढ़ा रहे हैं। अपनी इस खबर के माध्यम से हम आपको व्यापम घोटाले से जुड़ी हर छोटी-बड़ी घटना से रू-ब-रू कराते हैं।
अभी-अभी
पत्रकार की मौत पर विजयवर्गीय ने दिया संवेदनहीन बयान
व्यापमं घोटाला कवर करने गए 'आजतक' के पत्रकार अक्षय सिंह की मौत के मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है पर रिपोर्ट के ओपीनियन को रिजर्व कर के रखा गया है। साथ ही झबुआ पुलिस भी दिल्ली पहुंट कर अक्षय सिंह के परिवर वालों का बयान दर्ज करेगी।
दूसरी तरफ दिल्ली सीएम ने पूरे मामले पर सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि, "लोग चाहते हैं कि पीएम मोदी व्यापम स्कैंम पर कुछ बोलें और दखल दें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मुद्दे पर ख़ामोश नहीं रह सकते।"
हालंकि, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मामले पर सफाई देते हुए कहा है कि, "हर मौत को व्यापम से जोड़ना ठीक नहीं है।"
मध्य प्रदेश के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने संवेदनहीन बयान देते हुए कहा कि, ‘‘पत्रकार-वत्रकार छोड़ो यार। हमसे बड़ा पत्रकार है क्या?’’। हालांकि बाद में विजयवर्गीय ने कहा- ‘‘मैंने ऐसा बोला, ये मुझे याद नहीं है। किसी बातचीत को कहीं और जोड़ दिया गया है। सोमवार को मैं उनके परिवार से मिलने जा रहा हूं।’’
विजयवर्गीय ने यह बयान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में दिया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस बयान पर प्रतिक्रिया देने की बजाय मुस्कुराते नज़र आए।
पत्रकार की मौत पर विवाद बढ़ता देख मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अक्षय सिंह के शव की विसरा जांच के आदेश दिए थे। प्रदेश के पुलिस DGP सुरेंद्र सिंह ने रविवार को कहा, ‘सरकार ने तय किया है कि अक्षय सिंह के शव के विसरा नमूने की भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) और केन्द्रीय फॉरेंसिंक विज्ञान प्रयोगशाला से जांच कराई जाएगी।'
अक्षय की शनिवार को मध्य प्रदेश के झाबुआ में अचानक से तबीयत बिगड़ने के बाद मौत हो गई थी। रविवार को दिल्ली में हुए उनके अंतिम संस्कार हुआ जिसमें कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और कई नेता शामिल हुए थे।
महिला सब इंस्पेक्टर ने की खुदकुशी
मध्य प्रदेश के व्यापम घोटाले ने आज एक और की जान ले ली, जो कि लगातार 3 दिनों में तीसरी मौत है। इन मौतों से सियासी हलकों में हड़कंप मच गया है। व्यापम के जरिए भर्ती हुई सब इंस्पेक्टर अनामिका कुशवाहा ने आज तालाब में कूदकर जान दे दी है। कुशवाहा इसी साल फरवरी में भर्ती हुई थीं।
सागर के DIG ने कहा कि, अनामिका का अपने पती से झगड़ा चल रहा था। पुलिस ने बताया कि, कुशवाहा ने सोमवार सुबह करीब 5 बजे अपनी जान दे दी। वह सागर की पुलिस अकादमी में ट्रेनिंग ले रही थीं। शनिवार को इंडिया टुडे ग्रूप के पत्रकार अक्षय सिंह की संदिग्ध हालात में मौत हुई थी। उसके बाद रविवार को दिल्ली के एक होटल में एक कॉलेज डीन का शव मिला जो व्यापम की जांच कर रहे थे।
यह व्यापम घोटाले से जुड़े 46वीं मौत है। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में मामले की CBI जांच की मांग कर रहे हैं। पिछले 24 घंटे से 'खूनी व्यापम' ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा है।
और पढ़ें: पीएम मोदी व्यापम पर ख़ामोश नहीं रह सकते: केजरीवाल
जानें व्यापम घोटाले में अब तक 46 लोगों की मौत कैसे हुई
सरकार और जांच एजेंसी के अनुसार व्यापम मामले में कुल 46 लोगों की मौत हुई है, जिन्में कुछ लोगो के नाम ये हैं:
शख़्स का नाम | तारीख | मौत का कारण |
डॉक्टर अरुण शर्मा | 5/4/2015 | अज्ञात कारणों से |
अक्षय सिंह पत्रकार | 4/4/2015 | अज्ञात कारणों से |
विजय पटेल | 28/4/2015 | अज्ञात कारणों से |
शैलेश यादव | 25/3/2015 | ब्रेन हैमरेज |
रविन्द्र प्रताप सिंह | 15/6/2014 | ख़ुदकुशी |
विकास पाण्डेय | 15/6/2014 | ब्रेन हैमरेज |
नरेंद्र राजपूत | 13/4/2014 | अज्ञात कारणों से |
दिनेश जाटव | 14/2/2014 | सड़क हादसे में |
दीपक जैन | 1/2/2014 | सड़क हादसे में |
बंटी सिकरवार | 21/1/2014 | अज्ञात कारणों से |
देवेन्द्र नागर | 26/12/2013 | सड़क हादसे में |
आनंद सिंह यादव | 9/10/2013 | सड़क हादसे में |
तरुण मछार | 15/9/2013 | सड़क हादसे में |
हेमलता पाण्डेय | 17/5/2013 | बीमारी से |
कुलदीप मरावी | 12/5/2013 | सड़क हादसे में |
आशुतोष तिवारी | 10/8/2013 | अधिक मद्यपान से |
प्रमोद शर्मा | 21/4/2013 | ख़ुदकुशी |
अरविन्द शाक्य | 28/11/2012 | सड़क हादसे में |
आनंद राय | 7/11/2012 | बीमारी से |
आदित्य चौधरी | 25/10/2012 | ख़ुदकुशी |
रवि वर्मा | 2010 में | सड़क हादसे में |
ज्ञान सिंह | 20/6/2010 | अधिक मद्यपान से |
श्यामवीर यादव | 14/6/2010 | सड़क हादसे में |
अंशुल सचान | 14/6/2010 | सड़क हादसे में |
अनुज उईके | 14/6/2010 | सड़क हादसे में |
विकास सिंह | 21/11/2009 | अधिक मद्यपान से |
नम्रता डोमार | मृत्यु की तारिक नहीं पता | अज्ञात कारणों से |
आगे की स्लाइड पर क्लिक करें और जानें क्या है व्यापम घोटाला..