BHU में बवाल, सुरक्षा मांगने पर मिली लाठियां, छावनी में तब्दील हुआ कैंपस
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में पीछले 3 दिनों से धरने पर बैठे छात्र-छात्राओं पर पुलिस ने लाठी चार्ज किया जिससे हिंसा और भी बढ़ गई है। जिसके बाद गुस्साए छात्रों ने यूनिवर्सिटी कैंपस के बाहर आगजनी और तोड़ फोड़ की।
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में पीछले 3 दिनों से धरने पर बैठे छात्र-छात्राओं पर पुलिस ने लाठी चार्ज किया जिससे हिंसा और भी बढ़ गई है। जिसके बाद गुस्साए छात्रों ने यूनिवर्सिटी कैंपस के बाहर आगजनी और तोड़ फोड़ की। यूनिवर्सिटी के रास्ते में छेड़खानी से परेशान छात्राएं पिछले तीन दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहीं थीं। कल रात छात्र-छात्राओं की भीड़ बढ़ गई। ये लोग वीसी से मिलने उनके ऑफिस में घुसने की कोशिश करने लगे तो पुलिस ने रोक दिया। जिसके बाद छात्रों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। फिर क्या था, पुलिस ने भी जोर आजमाइश शुरू कर दी। पहले बाहर में छात्रों पर लाठीचार्ज किया, और फिर यूनिवर्सिटी का गेट खोलकर छात्राओं पर भी जमकर लाठियां बरसाई, लाठीचार्ज में कई छात्राएं जख्मी हो गईं। (DU के प्रोफेसर ने फेसबुक पोस्ट में देवी दुर्गा का किया अपमान, शिकायत दर्ज)
वाराणसी के BHU में धरने पर बैठे छात्रों पर पुलिस ने बल प्रयोग करके जब उन्हें तीतर-बितर करने की कोशिश की तो छात्रों ने भारी तोड़ फोड़ करते हुए आगजनी भी की। लिहाजा पुलिस की तरफ से भी बल प्रयोग का आरोप लगाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि पुलिस के सब्र का बांध उस वक्त टूट गया जब धरना दे रहे छात्र छात्राएं वाइस चांसलर के आवास में घुसने की कोशिश करने लगे, और जब वहाँ तैनात सुरक्षा बलों ने उन्हें रोकने की कोशीश की तो उनके साथ छात्रों ने मार पीट की गई। बवाल बढ़ता देख पुलिस बुलाई गई और लाठी चार्ज करके उन्हें खदेड़ दिया गया। छात्राओ का आरोप है की पुलिस ने लड़कियों-लड़को दोनों को घसीट-घसीट करके बहुत मारा है लेकिन डीएम वाराणसी जो खुद मौके पर मौजूद थे ने बताया कि कोई लाठी चार्ज नहीं किया गया है। दरअसल यह पूरा मामला एक छात्रा के साथ हुई छेड़खानी के बाद शुरू हुआ।
लिहाजा पुलिस को बल पूवक इन्हें हटाना पड़ा। इसमें कई लड़को को हल्की छोटें भी आई है जिनका इलाज बीएचयू में चल रहा है। पूरे कैंपस को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। स्थिति तनाव पूर्ण लेकिन नियंत्रण में बताई जा रही है। कैंपस के अंदर बड़ी संख्या में छात्राएं प्रदर्शन कर रहीं थी। उन्हें उम्मीद थी कि पुलिस कैंपस के अंदर नहीं आएगी, लेकिन पुलिस ने कैंपस का गेट खोल दिया, और वहीं पर छात्राओं पर लाठीचार्ज शुरू कर दिया।
आरोप है कि पुलिस की कार्रवाई के बाद कैंपस के अंदर से पेट्रोल बम फेंके गए। जिससे बाहर खड़ी गाड़ियों में आग लग गई। लाठीचार्ज के बाद छात्राओं का गुस्सा इतना बढ़ा कि वो पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगीं, और कैंपस से पास से वापस जाने को कहने लगीं। लाठीचार्ज में कई छात्राएं जख्मी हो गईं हैं, लेकिन पुलिस का कहना है कि लाठीचार्ज तो हुआ ही नहीं, इसके साथ ही हंगामा बढ़ाने के लिए पुलिस छात्रों को ही जिम्मेदार ठहरा रही है।