Hindi Newsभारतराष्ट्रीयचमोली में अबतक 38 शव बरामद, सुरंग में फंसे लोगों तक पहुंचने के लिए सुराख किया गया
चमोली में अबतक 38 शव बरामद, सुरंग में फंसे लोगों तक पहुंचने के लिए सुराख किया गया
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि तपोवन की बड़ी टनल में से मलबे को हटाया जा रहा है। इसके 71 मीटर नीचे एक छोटी टनल है जिसमें ड्रिलिंग का काम कल किया जा रहा था। तब NTPC की तरफ से जानकारी मिली कि वहां मलबा है लेकिन वहां पैशर हाई नहीं है तो अब वहां 1 फूट तक ड्रिलिंग की जाएगी।
चमोली. उत्तराखंड के चमोली में 7 फरवरी को आई 'जल प्रलय' के बाद अभी तक तपोवन स्थित बड़ी टनल में बचाव कार्य जारी है। उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि तपोवन की बड़ी टनल में से मलबे को हटाया जा रहा है। इसके 71 मीटर नीचे एक छोटी टनल है जिसमें ड्रिलिंग का काम कल किया जा रहा था। तब NTPC की तरफ से जानकारी मिली कि वहां मलबा है लेकिन वहां पैशर हाई नहीं है तो अब वहां 1 फूट तक ड्रिलिंग की जाएगी।
उन्होंने बताया कि बड़ी टनल में हमें प्रगति मिली है। NTPC ने नाप कर बताया है कि टनल को 140 मीटर तक खोदा जा चुका है। वहीं दूसरी तरफ चमोली जिला मजिस्ट्रेट ने जानकारी दी कि चमोली में अब तक कुल 38 शव बरामद हुए हैं जिसमें 12 की पहचान हो गई है और 26 अभी भी अज्ञात हैं। आपको बता दें कि तपोवन स्थित सुरंग में गाद और मलबे को साफ करने तथा छोटी सुरंग तक पहुंचने के लिए ड्रिलिंग का कार्य साथ-साथ चल रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि छोटी सुरंग में लोग फंसे हो सकते हैं।
तपोवन सुरंग में फंसे लोगों तक पहुंचने के लिए सुराख किया गया उत्तराखंड में गाद और मलबे से भरी तपोवन सुरंग में फंसे लोगों तक पहुंचने के लिए सुरक्षाबल के जवानों ने एक बड़ा सुराख किया है। इस सुरंग में 30 से अधिक लोगों के फंसे होने की आशंका है। अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को इस सुराख को और बड़ा और चौड़ा करने का काम किया जा रहा है ताकि सुरंग के अंदर कैमरा डाल कर अंदर फंसे लोगों के बारे में पता लगाया जा सके।
तपोवल नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन(एनटीपीसी) के महाप्रबंधक आर पी अहिरवाल ने बताया कि 12मीटर लंबे और 75 मिलीमीटर व्यास वाला सुराख किया गया है। उन्होंने एक बयान में कहा, "यह अच्छा संकेत है कि सुरंग में पानी और कीचड़ का दबाव नहीं है। लेकिन गाद मौजूद होने के कारण कैमरे को अंदर नहीं भेजा जा सका है। सुराख को बड़ा और चौड़ा करने का काम किया जा रहा है। इसका व्यास 250-300 मिलीमीटर होना चाहिए।"