नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस पार्टी पर बड़ा आरोप लगाया है कि वर्ष 2006 में कांग्रेस पार्टी की सरकार सियाचिन पाकिस्तान को सौंपना चाहती थी। इसके लिए पूरा प्लान बनाया गया था और इसके तहत सियाचिन को शांति पर्वत बनाया जाना था। हालांकि सियाचिन से सेना हटाकर उसे शांति पर्वत घोषित करने की प्लान की पुष्टि पूर्व आर्मी चीफ जनरल जे.जे सिंह ने भी की है। उन्होंने इंडिया टीवी के साथ खास बातचीत में कहा कि पाकिस्तान चाहता था कि भारतीय सेना सियाचिन से हट जाए। जबकि सियाचिन में पाकिस्तान की कभी मौजूदगी रही ही नहीं।
जनरल जेजे सिंह ने कहा कि सियाचिन को शांति पर्वत बनाने का प्लान किसी भी लिहाज से भारत के हित में नहीं था। उन्होंने कहा- 'मैंने इस प्लान का विरोध किया।' उन्होंने कहा कि उस वक्त मैंने जोर देकर कहा था कि सियाचिन भारत का हिस्सा है। जनरल जे.जे सिंह ने कहा कि जब से भारत सेना ने सियाचिन पर अपना नियंत्रण बनाया तब से पाकिस्तान बेहद परेशान था। वह किसी भी तरह से इस सामरिक महत्व वाले इलाके को अपने कब्जे में लेना चाहता था। इसकी भरपूर कोशिश भी की गई लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।
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यह मामला तब सुर्खियों में आया जब संबित पात्रा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वर्ष 2006 में जब केंद्र में यूपीए सरकार थी तब कांग्रेस पार्टी सियाचिन पाकिस्तान को देना चाहती थी। इसके लिए सीसीएस की बैठक भी हुई लेकिन उस समय के सेना अध्यक्ष जेजे सिंह और NSA एमके नारायण ने इसका विरोध किया । इसके बाद आखिरी मिनट पर हस्तक्षेप के बाद इस प्रस्ताव को कैंसल करना पड़ा।
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