नई दिल्ली। उन्नाव में जिंदा जलाई गई दुष्कर्म पीड़िता की मौत के बाद शनिवार दोपहर को एक महिला ने न्याय की मांग करते हुए सफदरजंग अस्पताल के बाहर अपनी नाबालिग बेटी पर संदिग्ध ज्वलनशील पदार्थ उड़ेल दिया। पुलिस ने यह जानकारी दी।
उन्नाव में जिंदा जलाई गई दुष्कर्म पीड़िता की शुक्रवार देर रात सफदरजंग में उपचार के दौरान मौत हो गई थी। पुलिस ने बताया कि उन्नाव सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता का शव पोस्टमॉर्टम के बाद सफदरजंग अस्पताल से उत्तर प्रदेश के गांव रवाना करने से करीब एक घंटे बाद यह घटना हुई।
सूत्रों ने बताया कि जब मीडिया कर्मी वहां मौजूद लोगों से बात कर रहे थे तभी ‘हमें न्याय चाहिए’ का नारा लगाते हुए महिला वहां आई और तुरंत अपनी नाबालिग बेटी पर संदिग्ध ज्वलनशील पदार्थ उड़ेल दिया। हालांकि, पुलिस ने लड़की को बचा लिया और महिला सहित उसे अपने साथ ले गई।
वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक महिला ने कहा कि वह हाल में हुए उन्नाव दुष्कर्म एवं हत्याकांड से सदमे में थी और पीड़िता की मौत की खबर सुनकर अस्पताल आई थी। अधिकारी ने बताया कि लड़की पर डाले गए पदार्थ को जांच के लिए भेजा गया है।
गौरतलब है कि उन्नाव जिले के बिहार थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली बलात्कार पीड़िता को गुरुवार तड़के उसके बलात्कार के आरोपियों सहित पांच लोगों ने आग के हवाले कर दिया था। करीब 90 प्रतिशत तक झुलस चुकी युवती को एयर एम्बुलेंस के जरिए दिल्ली लाया गया था और वहां अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उसने शुक्रवार देर रात दम तोड़ दिया था।
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