नई दिल्ली: दिल्ली के पाखंडी बाबा वीरेंद्र देव के एक और पापलोक पर शुक्रवार को पुलिस ने दिल्ली महिला आयोग के साथ द्वारका में बने आश्रम पर छापा मारा। दिल्ली महिला आयोग के मुताबिक़ इस आश्रम का हाल भी विजय विहार के आश्रम की तरह ही था जहां कई नाबालिग लड़कियों को ताले में बंद करके रखा गया था। इतना ही नहीं दिल्ली के अलावा यूपी और राजस्थान तक पाखंडी बाबा के अधर्म के आश्रमों पर शिकंजा कस गया है। वीरेंद्र देव दीक्षित के काले किले के ताले जैसे-जैसे टूट रहे हैं हर बार नया और चौकाने वाला सच सामने आ रहा है।
शुक्रवार को हाईकोर्ट के आदेश के बाद द्वारका के मोहन गार्डन इलाक़े में भी दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष पुलिस की टीम के साथ रेड डालने पहुंची थीं। क़रीब 2 घंटे में जो तस्वीर दिखी वो बेहद डरावनी थी। स्वाति मालीवाल के मुताबिक़ यहां भी हालात बिल्कुल वैसे ही हैं जैसे की विजय विहार वाले आश्रम में थे। यूपी के फर्रुखाबाद के रहने वाले इस अधर्मी बाबा के पापलोक सिर्फ़ दिल्ली में ही नहीं है बल्कि इसका दायरा कहीं बड़ा है। पाखंडी के पापलोक का कनेक्शन दिल्ली से होते हुए यूपी और राजस्थान तक फैला है।
इसकी शुरुआत हुई है दिल्ली से जहां से पुलिस ने बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित की आश्रमनुमा जेल से 41 नाबालिगों को आज़ाद करवाया है तो वहीं यूपी के बांदा में भी पुलिस ने पाखंडी वीरेंद्र देव दीक्षित के आध्यात्मिक आश्रम पर रेड की। इसके अलावा पुलिस की टीम जयपुर झोटवडा इलाके़ में भी आश्रम पर भी रेड करने पहुंची लेकिन गेट नहीं खुला और पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा। इस बीच शुक्रवार को डॉक्टरों की एक मेडिकल टीम ने दिल्ली के विजय विहार आश्रम में मौजूद महिलाओं और लड़कियों का मेडिकल चेकअप किया। हालांकि आश्रम के अंदर मौजूद लड़कियों ने इंटरनल टेस्ट कराने से इंकार कर दिया।
ज़ाहिर है दिल्ली से लेकर यूपी और राजस्थान तक काले किले वाले इस पाखंडी पर कानूनी किलेबंदी बढ़ती जा रही है। हालांकि वीरेंद्र देव अब तक पुलिस की गिरफ़्त से बाहर है लेकिन उम्मीद है कि राम रहीम के जैसे इसके गुनाहों का हिसाब भी जल्द होगा।
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