हैदराबाद: केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र सिंह ने आज कहा कि संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ का विरोध कर रहे लोगों को पहले फिल्म देखनी चाहिए और तब कुछ आपत्तिजनक पाए जाने पर दृश्यों को फिल्म से हटाने की मांग करनी चाहिए।
फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ का आरोप लगाने वाले विभिन्न संगठनों के विरोध और उनकी ओर से दी जा रही धमकियों के कारण ‘पद्मावती’ के निर्माताओं ने इसकी रिलीज की तारीख टाल दी है।
सिंह ने बताया, ‘‘मेरी राय बहुत साफ है। कुछ ऐतिहासिक तथ्य हो सकता है कि हमारी सोच के अनुसार नहीं हों.......विरोध करने वालों को पहले फिल्म देखनी चाहिए। यदि उन्हें ऐसा कुछ दिखता है जिससे उनकी भावनाएं आहत हो रही हैं तो वे निर्माताओं से कह सकते हैं कि उन हिस्सों को हटाएं।’’
उन्होंने कहा कि हमारे देश के इतिहास को ज्यादा वास्तविक तरीके से खंगाला जाना चाहिए। इस्पात मंत्री ने कहा, ‘‘और ये फिल्में निश्चित तौर पर इतिहास पर आधारित हैं। और मैं कुछ ऐसे निर्देशकों को जानता हूं, वे काफी मेहनत करके इतिहास के हर पहलू का अध्ययन करते हैं। लेकिन लोकप्रिय संवेदनाओं का भी सम्मान किया जाना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक तथ्य अहम हैं और ‘‘सही परिपेक्ष्य’’ में उनका विश्लेषण करना चाहिए।
सिंह ने कहा, ‘‘किसी भी सोचने-समझने वाले व्यक्ति को विचार करना चाहिए कि सबसे अच्छा तर्क क्या है, हम जिस चीज के लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, क्या वह उस लायक है या पहले देख लेना चाहिए कि फिल्म में क्या है।’’
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