हैदराबाद। मुसलमानों के अलग अलग संगठनों के महासंघ ‘यूनाटेड मुस्लिम फोरम’ ने मुस्लिम समुदाय को सलाह दी है कि वह अन्य समुदायों की भावनाओं का सम्मान करते हुए बकरीद के मौके पर गाय की कुर्बानी नहीं दें। फोरम ने बृहस्पतिवार को यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में ईद-उल-अज़हा या ज़ुहा या बकरीद के मौके पर सांप्रदायिक तनाव को रोकने के लिए तेलंगाना सरकार से उपाय करने की भी गुजारिश की है।
ईद-उल-अज़हा का त्यौहार 12 अगस्त को मनाया जा सकता है। संगठन ने तेलंगाना सरकार से स्वयंभू गो रक्षकों की ओर से ‘गो रक्षा’ के नाम पर हिंसा के खिलाफ भी कदम उठाने का आग्रह किया है। फोरम ने सरकार से अलग अलग समुदायों के बीच किसी भी तरह के तनाव, भीड़ हत्या (लिचिंग) और जन हानि को रोकने के लिए भी कदम उठाने का अनुरोध किया।
फोरम ने कहा कि बकरीद पर भेड़, बकरा एवं भारतीय कानून में जिन जानवरों की कुर्बानी की इजाज़त है, उनकी कुर्बानी दी जा सकती है। फोरम ने कहा कि नागरिकों की जान एवं संपत्ति की हिफाज़त करने के लिए राज्य एवं केंद्र सरकारों को कानून बनाने चाहिए।
गौरतलब है कि राज्य के गृह मंत्री मोहम्मद महमूद अली ने बुधवार को मुस्लिम समुदाय से बकरीद पर गाय की कुर्बानी नहीं देने की अपील की थी। अली ने कहा था कि हिन्दू धर्म में गाय सम्मानित है और उसकी पूजा की जाती है। उन्होंने कहा, ‘‘ मैं सभी मुस्लिम भाइयों से अपील करता हूं कि वह गाय की कुर्बानी देने से परहेज़ करें। इसके बजाय अन्य जानवरों की कुर्बानी दें। आप भेड़ या किसी अन्य जानवर की कुर्बानी दे सकते हैं।’’
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