उधमपुर: BSF जवानों के काफिले पर हमला करने के बाद जिंदा पकड़ा गया पाकिस्तानी आतंकी नावेद उर्फ उस्मान उर्फ कासिम है। नावेद को ना तो सेना ने पकड़ा ना BSF ने पकड़ा और ना ही जम्मू कश्मीर पुलिस ने। आतंकी को जान हथेली पर रखकर जिंदा पकड़वाया उधमपुर में रहने वाले दो दिलेरों ने, जो रिश्ते में जीजा-साले हैं। विक्रम जीत सिंह और राकेश कुमार ने मिलकर आतंकी नावेद को पकड़ा है।
विक्रम जीत सिंह, बंधक बनाए गए व्यक्ति ने बताया कि, 'सुबह 8 बजे हमको किडनैप किया था। घर के पास से थोड़ा आगे था...बोला चल मेरे को रास्ता बता, 4 किलोमीटर तक गया। हमने खाना खिलाया, पानी पिलाया ताकि वो शक ना करे कि ये लोग कुछ करेंगे। हमने कुछ नहीं किया। तब तक पुलिस आ रही थी, इसने देख लिया पुलिस आ रही है। मेरी जान को खतरा है। इसने गला पकड़ लिया। मैंने उसकी गन को नीचे दबा लिया। गन को मैंने नीचे दबा लिया। उसका हाथ भी था एक लेकिन टिगर पर मेरा हाथ था। नीचे दबा लिया तब तक उसने शूट किया। कहने लगा मुझे छोड़ दो, मैं भाग जाता हूं। मैंने कहा छोड़ देंगे तो तुम हमको मार दोगे। हमको नहीं छोड़गा तू।'
विक्रम जीत सिंह से पुलिस ने पूछा कि,
सवाल-आप लोगों को डर लग रहा था?
डरे हम बिलकुल नहीं थे। थोड़ा बहुत घर का डर था कि मर गए तो पीछे कौन देखेगा।
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