श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के बांदीपुरा जिले में सोमवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए दो आतंकवादियों में से एक का संबंध आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और दूसरे का संबंध हिजबुल मुजाहिद्दीन से था। सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच यह मुठभेड़ उस वक्त हुई जब सुरक्षा बल उत्तरी कश्मीर के बांदीपुरा जिले में तलाश अभियान चला रहे थे। एक का नाम अबू तल्हा और दूसरे का नाम कैसर मंजूर था।
लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी था अबू तल्हा
तस्वीर (ए), मारे गए आतंकी अबू तल्हा की है। पुलिस के मुताबिक, पाकिस्तान में अबू तल्हा पाकिस्तान में पैदा हुआ था। पुलिस के प्रवक्ता ने कहा, “मारे गए एक आतंकवादी की पहचान पाकिस्तानी कोड नाम तल्हा के तौर पर हुई है।” अबू तल्हा पिछले 2-3 सालों से बांदीपुरा जिले में एक्टिव था।
हिजबुल मुजाहिद्दीन का आतंकी था कैसर मंजूर
तस्वीर (बी), मारे गए आतंकी कैसर मंजूर की है। आतंकी कैसर मंजूर 1990 में पैदा हुआ था। उसने 12वीं कलोसा हायर सेकेंडरी स्कूल, बादीपुरा से की। वह 5 फरवरी 2018 से गायब बताया जा रहा था। वह आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन में शामिल होकर पाकिस्तान गया था। मंजूर के पिता हेड कॉन्स्टेबल थे।
पुलिस ने क्या कहा?
पुलिस के प्रवक्ता के मुताबिक पाकिस्तानी चिह्न वाले कई सामान एवं अपराध साबित करने वाली वस्तुओं के साथ ही मारे गए आतंकवादी के पास से कई हथियार एवं गोला-बारूद भी मिले। अधिकारी ने कहा, “अपराध साबित करने वाली सभी वस्तुओं को जांच के मकसद से और अन्य आतंक अपराधों में उसकी संलिप्तता को जांचने के लिए रिकॉर्ड में रख लिया गया है।”
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