जम्मू-कश्मीर: कोरोना संक्रमित का अंतिम संस्कार करने गए 2 भतीजों की मौत, बेटा बेहोश, जांच के आदेश
जम्मू के सिदड़ा इलाके में कोरोना वायरस से संक्रमित एक शख्स की मौत के बाद उनके अंतिम संस्कार में शामिल हुए मृतक के 2 भतीजों की संदिग्ध परिस्थितयों में मौत हो गई।
जम्मू: जम्मू के सिदड़ा इलाके में कोरोना वायरस से संक्रमित एक शख्स की मौत के बाद उनके अंतिम संस्कार में शामिल हुए मृतक के 2 भतीजों की संदिग्ध परिस्थितयों में मौत हो गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस घटना में मृतक का बेटा भी बेहोश हो गया था और उसका मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है। मृतक के परिजनों का आरोप है कि भीषण गर्मी में पीपीई किट पहने होने के कारण इन सभी को डिहाइड्रेशन हो गया था, जिसके चलते 2 लोगों की जान चली गई जबकि एक अस्पताल में भर्ती हैं।
परिजनों ने प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये सभी लोग जम्मू के सिदड़ा इलाके में तावी नदी के किनारे कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते जान गंवाने वाले शख्स का अंतिम संस्कार करने गए थे। घटना के समय तीनों ने पीपीई किट पहन रखी थी। आशंका जताई जा रही है कि भीषण गर्मी में डिहाइड्रेशन की चपेट में आने से तीनों की तबीयत खराब हुई और इलाज न मिलने के चलते 2 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक के बेटे को किसी तरह अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। परिजनों ने प्रशासन पर उचित इंतजाम न करने का आरोप लगाया है।
अंतिम संस्कार शुरू होने से पहले हुए बेहोश
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मृतकों की उम्र 35 और 40 वर्ष थी। बताया जा रहा है कि अंतिम संस्कार शुरू होने से पहले ही ये सभी निढाल हो गए थे। वहीं, डॉक्टरों का कहना है कि मौत के असल कारणों का पता पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही लगाया जा सकता है। मृतकों के परिजनों ने बताया कि उन्हें प्रशासन की ओर से पहले शुक्रवार 6-7 बजे के बीच संस्कार करने के लिए कहा गया था, लेकिन उन्होंने कुछ इंतजाम के लिए थोड़ी देर बाद संस्कार की बात कही। उन्होंने बताया कि उन्होंने शक्ति नगर श्मशान घाट पर संस्कार करवाने का आग्रह किया था, लेकिन प्रशासन नहीं माना।
रास्ता भटकने से श्मशान पहुंचने में हुई देर
रिश्तेदारों का आरोप है कि वे GMC से एंबुलेंस में शव लेकर वह सिदड़ा में नदी किनारे पहुंचे लेकिन रास्ता भटकने के चलते अंतिम संस्कार स्थल से करीब आधा किलोमीटर आगे चले गए। वे वहां से वापस आने लगे तो ऐम्बुलेंस रेतीले रास्ते में फंस गई, जिसके चलते वे संस्कार स्थल पर डेढ़ बजे ही पहुंच पाए। उन्होंने बताया कि भीषण गर्मी के कारण एंबुलेंस में मौजूद तीनों लोगों की हालत खराब हो गई थी और वे बेहोश हो गए। रिश्तेदारों का आरोप है कि भीषण गर्मी के चलते हुए डिहाइड्रेशन और उचित इलाज न मिलने से उनकी मौत हो गई।
प्रशासन ने दिए जांच के आदेश
घटना के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया। मामला गंभीर होता देख कोविड संक्रमित मरीज के संस्कार में गए दो लोगों की मौत के मामले में मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए गए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, विशेष डॉक्टरों के बोर्ड से दोनों शवों का पोस्टमॉर्टम करवाया जाएगा और उनका कोरोना वायरस टेस्ट भी किया जाएगा। बताया जा रहा है कि रिपोर्ट में विशेषज्ञ डॉक्टरों की राय ली जाएगी। डॉक्टरों ने कहा है कि मौत के असली कारणों का पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चल सकेगा।