नई दिल्ली: आज सोमवार को देवउठनी एकादशी या देवोत्थान एकादशी है, जिसे बुहत शुभ और फलदायी एकादशी माना जाता है। यह दिन शादी करने वाले जोड़ों के लिए बुहत शुभ मुहर्त होता है। ऐसा माना जाता है कि इसदिन व्रत करने से एक हजार अश्वमेध यज्ञ जितना फल प्राप्त होता है। आज के दिन दिल्ली और आसपास के इलाकों में लगभग 5,000 से ज्यादा शादियां है। जिससे आज सड़कों पर भारी ट्रैफिक जान लगने की संभावना होगी। लोग शादियों समाहरोह में शिरकत करने के लिए अपने घरों से निकलेंगे जिसे देखते हुए ट्रैफिक को सुचारु रुप से चलाने के लिए जरुरी इंतजाम किए गए है
सोमवार को विभिन्न फार्म हाउस, कम्युनिटी सेंटर और बैंक्वेट हॉल के आसपास ट्रैफिक बढ़ेगा। इसे देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने ऐसे स्थानों के आसपास अतिरिक्त इंतजाम किए है। सोमवार को छुट्टी के बाद ट्रैफिक अधिक ही रहता है, जिससे शाम के समय जाम की स्थिती पैदा होती है। एक अनुमान के अनुसार, आम दिनों में दिल्ली में करीब 30-35 लाख वाहन सड़कों पर होते है। 10 लाख वाहन रोज एनसीआर से दिल्ली में आवाजाही करते हैं। ऐसे में शादियों का मुहूर्त होने के कारण सोमवार को इनकी संख्या 45 लाख के आंकड़े को पार कर सकती है।
क्या है देवोत्थान या देवउठनी एकादशी?
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, दीपावली के बाद आने वाली एकादशी को पूरे चार महीने बाद भगवान विष्णु जागते हैं इसीलिए इसे देवोत्थान एकादशी कहते हैं। जिन चार महीनों में श्रीहरि सोते हैं उन महीनों में विवाह और उपनयन जैसे कोई भी मंगल कर्म नहीं किए जाते हैं। देवोत्थान एकादशी को तुलसी विवाह भी होता है और इसी के बाद शुभ कार्यों की शुरूआत हो जाती है।
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