नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर नोटबंदी के ऐलान के बाद से अफावाहों का बाजार गर्म है। आजकल फेसबुक से लेकर वॉट्सऐप तक एक ऐसी तस्वीर वायरल हो रखी है जिसे जो देख रहे हैं उनका मुंह खुला का खुला रह जा रहा है। लोग इस सोच में पड़ जाते हैं कि बड़े से बड़ा व्यापारी क्या इतना नकद पैसा अपने पास रखता है। सिर्फ तस्वीरें वायरल नहीं हो रही हैं तस्वीरों के साथ जो रकम दिख रही है उसका चौंकाने वाला आंकड़ा भी बताया जा रहा है।
दावा है किया जा रहा है कि ये तस्वीरें राजस्थान में अजमेर के किशनगढ़ की हैं जहां एक मार्बल व्यवसायी के यहां आयकर विभाग ने छापा मारकर 13 हजार करोड़ का काला धन पकड़ा है और यहां नोटों के साथ-साथ डॉलर भी पकड़ा है। फेसबुक इन तस्वीरों से भरा पड़ा है। तो आखिर इन तस्वीरों का सच क्या है? क्या वाकई इतना नकद काला धन पकड़ा गया?
जिस मार्बल व्यवसायी के बारे में ये कहानी वायरल की जा रही है वो दुनिया में सबसे बड़े मार्बल के उत्पादक हैं। पड़ताल में सामने आया कि इस मार्बल व्यवसायी के कुल चार राज्यों में ऑफिस, घर और फैक्ट्री में छापा मारा गया था। आयकर विभाग की टीम ने राजस्थान, दिल्ली, मध्य प्रदेश और गुजरात की 29 जगहों पर छापेमारी की थी। लेकिन सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात ये है कि ये छापेमारी अभी नहीं बल्कि एक साल पहले साल 2015 में सितंबर महीने में हुई थी। दावा है कि ये तस्वीरें उसी छापेमारी की हैं जबकि सच ये है कि इस मार्बल व्यवसायी की संपत्तियों पर छापा पड़ा था लेकिन इस तरह की कोई भी रकम बरामद नहीं हुई थी।
यानि यह खबर एक साल पुरानी घटना को बिल्कुल ताजा करते हुए 500 और 1000 हजार के नोट बंद होने के साथ जोड़कर पेश किया जा रहा है जबकि दोनों घटनाओं का आपस में कोई लेना-देना नहीं है। ये तस्वीरें भी गलत हैं और तस्वीरों के साथ पेश किया जा रहा आंकड़ा भी गलत है। इसलिए पड़ताल में वायरल हो रही ये कहानी झूठी साबित हुई है।
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