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Hindi News भारत राष्ट्रीय राम मंदिर निर्माण पर अब तक का सबसे बड़ा ऐलान, क्या है रामजन्मभूमि मंदिर बनाने की तारीख का सच?

राम मंदिर निर्माण पर अब तक का सबसे बड़ा ऐलान, क्या है रामजन्मभूमि मंदिर बनाने की तारीख का सच?

सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले मंदिर बनाने की तारीख के सामने आने से लोग हैरान हैं...

ayodhya- India TV Hindi ayodhya

नई दिल्ली: राम जन्मभूमि मंदिर पर एक ऐसा सनसनीखेज बयान आया है जिसे सुनकर आप दंग रह जाएंगे। सोशल मीडिया में बताया जा रहा है कि अयोध्या में 18 अक्टूबर 2018 से राम मंदिर का निर्माण शुरु हो जाएगा, अगली दीवाली पर गर्भगृह में आरती होगी। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने विवादित भूमि को राम जन्मभूमि को ही श्री राम का जन्मस्थान बताया था लेकिन अब ये मामला सुप्रीम कोर्ट में है जिसकी सुनवाई आज से शुरु हो गई है। कोर्ट के फैसले से पहले मंदिर बनाने की तारीख के सामने आने से लोग हैरान हैं।

क्या अगली दीवाली पर राम मंदिर के गर्भगृह में होगी आरती?

राम जन्मभूमि मंदिर विवाद पर एक सनसनीखेज खबर इंटरनेट पर वायरल हुई है। दावा ये किया जा रहा है कि अयोध्या में राम मंदिर को लेकर विश्व हिंदू परिषद ने एक बड़ा ऐलान किया है। दावा ये है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले विश्व हिंदू परिषद ने ये ऐलान कर दिया है कि 18 अक्टूबर 2018 से मंदिर का निर्माण शुरु हो जाएगा।

RSS का बयान- अयोध्या में सिर्फ राम मंदिर का होगा निर्माण

इस ऐलान को इसलिए महत्वपूर्ण बताया जा रहा है क्योंकि कुछ ही दिनों पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण पर बयान दिया था। उन्होंने कर्नाटक के उडुपी में वीएचपी की धर्म संसद में कहा था कि राम जन्म भूमि पर राम मंदिर ही बनेगा और कुछ नहीं बनेगा, उन्हीं पत्थरों से बनेगा, उन्हीं की अगुवाई में बनेगा जो इसका झंडा लेकर पिछले 20-25 वर्षों से चल रहे हैं। यह पहली बार है, जब भागवत ने सार्वजनिक मंच पर राम मंदिर मुद्दे पर खुल कर बोला है। इस बयान के बाद विश्व हिंदू परिषद की तरफ से मंदिर बनाने की तारीख बताने के बाद सनसनी फैल गई है।

वायरल खबर के मुताबिक हिंदु संगठनों की तरफ से अगले साल धर्मसंसद अयोध्या में बुलाई जाएगी। साथ में ये भी बताया जा रहा है कि जिस तरह इस बार दीवाली के दिन अयोध्या को सजाया गया उससे बड़ा कार्यक्रम 2018 में किया जाएगा। अयोध्या को फिर से सजाया जाएगा फर्क सिर्फ ये होगा कि दीवाली का मुख्य कार्यक्रम सरयू के किनारे नहीं बल्कि रामजन्मभूमि मंदिर के परिसर में होगा। रामलला की मूर्ति के सामने राम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह में दीवाली की आरती होगी।

क्या 18 अक्टूबर 2018 से शुरु होगा राम मंदिर निर्माण?

ये मामला करोड़ो हिंदुओं की आस्था से जुड़ा है इसलिए हमारे चैनल इंडिया टीवी ने वायरल खबर की तहकीकात शुरु की। हमारी तहकीकात में पता चला कि वायरल खबर का रिश्ता 24 नंवबर को कर्णाटक के उडुपी में आयोजित धर्मसंसद से है। इसमें देशभर से दो हजार से ज्यादा संत, मठाधीश और वीएचपी नेता शामिल हुए। दरअसल, विश्व हिंदू परिषद की धर्म संसद के दौरान कई धर्माचार्यों और संगठन प्रमुखों ने राम मंदिर के बारे में बात की। धर्म संसद का मुख्य मुद्दा अयोध्या में बनने वाला रामजन्मभूमि मंदिर ही रहा। इसी दौरान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि देश में मौजूदा परिस्थितियां अयोध्या में राम मंदिर बनाने के अनुकूल हैं, वहां राम मंदिर ही बनेगा और हम हम मंजिल के बेहद करीब हैं और इस वक्त हमें और ज्यादा सचेत रहना है। थोड़ा धैर्य से काम लेने की जरूरत है।

क्या है रामजन्मभूमि मंदिर बनाने की तारीख का सच?

मोहन भागवत का ये बयान मीडिया की सुर्खियां जरूर बनी लेकिन इस दौरान जो दूसरे धर्माचार्यों ने बयान दिए उसके बारे में पूरी जानकारी सामने नहीं आई। हमारी तहकीकात में ये बात तो साबित हो गई कि वायरल खबर में जो दावे किए जा रहे हैं.. वो सारी बातें धर्मसंसद के दौरान कही गई। सोशल मीडिया में धर्मसंसद के बयानों को आधार बना कर ही ये खबर फैलाई गई कि मंदिर 18 अक्टूबर 2018 से राम मंदिर निर्माण का काम शुरु हो जाएगा और अगली दिवाली पर राम मंदिर के गर्भ गृह में आरती होगी।

देखिए वीडियो-

हमारी तहकीकात में पता चला कि धर्म संसद के दौरान विश्व हिंदू परिषद के इंटरनेशनल जॉइंट सेक्रेटरी सुरेंद्र कुमार जैन ने कहा था कि 18 अक्टूबर 2018 से राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा। उन्होंने ये बातें मोहन भागवत  बयान के बाद कही थी। इंडिया टीवी की तहकीकात में वायरल खबर सच साबित हुई है। सोशल मीडिया का ये दावा सही है कि विश्व हिंदू परिषद ने राम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण की तारीख तय कर दी है। ये दावा भी सही है कि विश्व हिंदू परिषद की अगली धर्मसंसद अयोध्या में होगी।

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