नई दिल्ली: ट्रिपल तलाक बिल आज भारी बहुमत के साथ लोकसभा में पास हो गया। अब इस बिल को राज्यसभा में पेश किया जाएगा। राज्यसभा से पास होने के बाद यह बिल कानून का रूप ले लेगा जिसके बाद किसी भी मुस्लिम महिला को आसानी से तीन तलाक देकर अलग नहीं किया जा सकता है। ऐसा करने पर इसे अपराध माना जाएगा और इसके लिए नए कानून के तहत सजा दी जाएगी। तीन तलाक बिल पर दिनभर चली चर्चा का जवाब देते हुए कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि इसे वोट बैंक के चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि जिन मुस्लिम महिलाओं के साथ अपराध हो रहा है हम उनके साथ खड़े हैं और अगर यह अपराध है तो हम यह अपराध 10 बार करेंगे।
एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने संसद में तीन तलाक बिल का पुरजोर विरोध किया और कहा कि यह बिल मुस्लिमों को तबाह करनेवाला है। उन्होंने इस बिल की ड्राफ्टिंग को लेकर भी सवाल उठाए। औवैसी ने अपने 2 संशोधन पर वोटिंग भी कराई लेकिन हर संशोधन पर उन्हें मुंह की खानी पड़ी। 245 सांसदों में से केवल 2 सांसद ही ओवैसी के पक्ष में थे।
केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर ने संसद भवन में तीन तलाक बिल पर बहस में हिस्सा लेते हुए कहा कि जो लोग तीन तलाक के नाम पर यह कह रहे हैं कि इस्लाम खतरे हैं वह लोग लोगों को भ्रम में डाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस्लाम खतरे में नहीं है बल्कि कुछ कट्टर मर्दों की जबरदस्ती खतरे में है। उन्होने कहा कि जब मर्दों की बात होती है तो कानून बनाने से उन्हें गुरेज नहीं होता है लेकिन जब महिलाओं के हक की बात होती है तो उन्हें दबाने की कोशिश की जाती है। महिलाओं के सवाल पर इन्हें अल्लाह याद आते हैं और इस्लाम खतरे में का नारा बुलंद किया जाता है।
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