कोलकाता: पूर्व केंद्रीय मंत्री व तृणमूल कांग्रेस के लोकसभा सांसद सुल्तान अहमद का सोमवार को दिल का दौरा पड़ने से 64 साल की उम्र में निधन हो गया। शहर के एक अस्पताल ने यह जानकारी दी। अस्पताल के प्रवक्ता ने कहा, "सुल्तान अहमद का सुबह 11.30 बजे के आसपास घर पर निधन हो गया। वह अस्पताल में मृत अवस्था में लाए गए।"
अहमद के परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटे हैं। वह तृणमूल कांग्रेस के संसदीय दल के उप नेता थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी ने ट्वीट कर उनके निधन पर शोक जताया है व संवेदना व्यक्त की है। मोदी ने ट्वीट किया, "सुल्तान अहमद के निधन से दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परविार और समर्थकों के साथ हैं।"
ममता बनर्जी ने कहा, "लोकसभा सांसद और मेरे लंबे समय तक के सहकर्मी सुल्तान अहमद के निधन से सदमे में हूं और बहुत ज्यादा दुखी हूं।"
साल 2009 और 2014 में उलुबेरिआ से दो बार लोकसभा सांसद चुने गए अहमद संयुक्त प्रगतिशील सरकार में केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री थे। तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने से पहले वह पश्चिम बंगाल विधानसभा (1987 और 1996) के दो बार विधायक भी रह चुके थे।
पार्टी के नेता सुब्रत बक्शी ने कहा, "हमारे सांसद के निधन पर तृणमूल कांग्रेस का पूरा परिवार दुखी है।" अहमद का नाम नारदा स्टिंग में आया था। भाजपा पर हमला करते हुए बक्शी ने कहा, "केंद्र में सत्ताधारी पार्टी राजनीतिक रूप से प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम नहीं है। जांच के नाम पर उन (अहमद को) पिछले सात से 10 महीनों से दबाव डाला जा रहा था।"
ममता बनर्जी ने कहा, "वह तनाव से जूझ रहे थे, समय पूर्व उनकी मौत हो गई।" अहमद 2009 से फुटबॉल क्लब मोहम्मडन स्पोर्टिग के अध्यक्ष भी थे।
अखिल भारतीय फुटबॉल संघ (एआईएफएफ) के महासचिव कुशल दास ने कहा कि इस अपूरणीय क्षति से एआईएफएफ भी दुखी है और उनके परिवार के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता है।
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