दुनियाभर में भ्रष्टाचार पर निगाह रखने वाले अंतरराष्ट्रीय गैर सरकारी संगठन ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल ने साल 2017 की अपनी नई लिस्ट जारी कर दी है। भारत 180 देशों की सूचि में भारत को 81वें स्थार पर रखा गया है। ये 0 से 100 नंबर के स्केल पर तैयर होती है। 100 सबसे बेहतर और शून्य को सबसा खराब मानक है। सार्वजनिक जीवन में भ्रष्टाचार को लेकर विशेषज्ञों और कारोबारी लोगों की राय पर देशों को अंक दिए जाते हैं। इस लिस्ट में पहले नंबर पर 89 अंक के साथ न्यूजीलैंड दूसरे पर डेनमार्क और तीसरे पर फिनलैंड को रखा गया है। शीर्ष 10 देशों में ज्यादातर देश यूरोप से हैं। एशिया देशों की बात करें तो इनमें सबसे अच्छी रैंकिग सिगापुर की है।
सिंगापुर को 84 अंकों के साथ छठा नंबर पर सबसे ईमानदार देश माना गया है। इसके बाद हांग कांग और जापान भी लिस्ट में ऊंचे स्थान पर हैं। भारत की बात करें तो भारत को 40 अंक दिए गए हैं। साल 2016 में भी भारत को इतने ही अंक दिए गए थे हालांकि तब भारत को 79वां स्थान दिया गया था। हालांकि पिछले कुछ सालों में भारत की स्थिति में कुछ सुधार हुआ है। साल 2012 और 13 में 2जी, कोयला घोटाला और कॉमनवेल्थ घोटालों के चलते भारत को इस लिस्ट में सिर्फ 36 अंक ही प्राप्त हुए थे। पड़ोसी देशों की बात करे तो चीन और भूटान दोनों भारत की तुलना में बेहतर स्थान पर रखे गए हैं। भूटान को लिस्ट में 26वां स्थान दिया गया है तो वहीं चीन 77वें नंबर पर है। इसके अलावा पाकिस्तान को 117वें, बांग्लादेश को 143वें, म्यांमार को 130वें और श्रीलंका को 91वें स्थान पर रखे गए है। दुनिया का सबसे ज्यादा भ्रष्ट देश के मामले में सोमालिया सबसे आगे हैं। सोमालिया को सिर्फ 9 अंक मिले हैं जो कि लिस्ट के सबसे आखिर में 180वें स्थान पर है।
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