नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर रैली के दिल्ली में हिंसक होने के एक दिन बाद बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सुरक्षा स्थिति और शहर में शांति सुनिश्चित करने के लिए किए गए उपायों का जायजा लिया। यह जानकारी अधिकारियों ने दी। गृहमंत्री ने संवेदनशील स्थानों की सुरक्षा बढ़ाने के जहां निर्देश दिए, वहीं हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ तेज गति से एक्शन लेने को कहा।
गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर दोपहर एक बजे से शुरू हुई उच्चस्तरीय बैठक एक घंटे से ज्यादा समय तक चली जिसमें गृहमंत्रालय के आला अफसरों के अलावा इंटेलीजेंस ब्यूरो (आईबी) के निदेशक भी शामिल हुए। इस बैठक में आला अफसरों ने गणतंत्र दिवस पर हिंसा होने से लेकर अब तक हुई कार्रवाई का ब्यौरा गृहमंत्री के सामने पेश किया। अफसरों ने आंदोलनकारी किसानों पर परेड के लिए निर्धारित रूट की शर्तो का उल्लंघन करने का आरोप लगाया।
सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में राजधानी में पर्याप्त सुरक्षा बलों की तैनाती पर चर्चा हुई। दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अपनी तैयारियों से गृहमंत्री को अवगत कराया। बैठक में तय हुआ कि दिल्ली में गणतंत्र दिवस जैसे राष्ट्रीय पर्व पर हिंसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। ताकि भविष्य मे कोई इस तरह की हिंसा करने का दुस्साहस न करे। सीसीटीवी फुटेज के जरिए हिंसा में शामिल लोगों की पहचान करने के निर्देश जारी हुए हैं।
एक अधिकारी ने कहा कि किसान नेताओं के खिलाफ पुलिस द्वारा कार्रवाई की जाएगी, जिन्होंने गणतंत्र दिवस पर निर्दिष्ट मार्गों से शांतिपूर्ण ट्रैक्टर रैली निकालने पर पुलिस के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, लेकिन वे वादा निभाने में विफल रहे। ज्ञात रहे कि बैठक के तुरंत बाद दिल्ली पुलिस 40 किसान नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया।
बता दें कि केंद्र सरकार ने पहले ही कानून व्यवस्था बनाए रखने में दिल्ली पुलिस की सहायता के लिए लगभग 4,500 अर्धसैनिक बलों की तैनाती की है। हिंसा के बाद गृह मंत्रालय ने मंगलवार को दिल्ली-एनसीआर के कुछ हिस्सों में 12 घंटे के लिए इंटरनेट के अस्थायी निलंबन का आदेश दिया था।
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