नई दिल्ली. गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर रैली को दिल्ली पुलिस ने मंजूरी दे दी है लेकिन किसान संगठन इससे असंतुष्ट नजर आ रहे हैं। किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी पंजाब के नेता सुखविंदर सिंह सभरा ने कहा कि हमें लगता है कि ट्रैक्टर रैली के लिए हमें जिस तरह की अनुमति दी गई है वह सही नहीं है। हम ओल्ड रिंग रोड पर जाना चाहते थे, लेकिन हमें सशर्त अनुमति दी गई और उस हिस्से की अनुमति दी गई है जो बड़े पैमाने पर हरियाणा के अंतर्गत आता है।
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उन्होंने कहा कि हम बस यही कह रहे हैं कि हम वहां नहीं जाना चाहते, हम सिर्फ रिंग रोड पर जाना चाहते हैं। सुबह 10 बजे हमारी पुलिस के साथ बैठक है उसमें तय किया जाएगा कि कौन से रूट पर रैली निकालनी है और कितने बजे रैली निकालनी है। 12 बजे रैली निकालने का कोई तुक नहीं बनता है।
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इन रास्तों पर मिली रैली निकालने की इजाजत
दिल्ली पुलिस ने रविवार को कहा कि किसान संगठनों के साथ कई दौर की वार्ता के बाद गणतंत्र दिवस पर उन्हें ट्रैक्टर रैली निकालने की अनुमति दे दी गई है। पुलिस ने कहा कि गणतंत्र दिवस परेड समाप्त हो जाने के बाद सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर से बैरिकेड हटा दिया जाएगा और किसानों को उनके ट्रैक्टरों के साथ दिल्ली के अंदर 100 किमी तक आने की इजाजत होगी। किसानों को केवल उन्हीं मार्गो पर जाने की अनुमति होगी जिनके बारे में उनसे पहले विचार-विमर्श किया गया है।
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जिन मार्गो से ट्रैक्टर रैली निकालने की इजाजत दी गई है, उनमें सिंघु बॉर्डर से संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर, कांझावाला, बवाना से औचड़ी, टिकरी बॉर्डर से नांगलोई, नजफगढ़, झरौंदा, डासना, बादली, गाजीपुर बॉर्डर से अप्सरा बॉर्डर और यहां से हापुड़ रोड शामिल हैं। विशेष पुलिस आयुक्त (खुफिया) दीपेंद्र पाठक ने कहा कि हमने किसानों से स्पष्ट कह दिया है कि गणतंत्र दिवस परेड समाप्त हो जाने के बाद ही किसान अपनी रैली निकाल सकते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि किसानों की यह रैली शांतिपूर्ण होगी।
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