नई दिल्ली: बताया जा रहा है कि बैंकों के नौ हजार करोड़ लेकर फरार हुआ विजय माल्या धीरे-धीरे दुनिया भर में मौजूद अपनी प्रॉपर्टी को ठिकाने लगा रहा है। ये शक इसलिए है क्योंकि टाइगर ऑफ मैसूर कहे जाने वाले टीपू सुल्तान की ऐतिहासिक तलवार जो माल्या के पास थी वो गायब हो गई है। जिसकी तलवार के नाम से ही अंग्रेज थर्राने लगते थे, जिस तलवार ने न जाने कितनी जंग में टीपू के नाम फतह लिखी वही दो सौ साल पुरानी एतिहासिक तलवार अब गायब हो गई है। ये तलवार कहां गायब हुई और कब गायब हुई इस सवाल का जवाब देश के हज़ारों करोड़ रुपये लेकर फरार हुआ सिर्फ विजय माल्या ही बता सकता है क्योंकि टीपू की इस तलवार से विजय माल्या का करीब डेढ़ दशक पुराना कनेक्शन है।
2004 में विजय माल्या ने इस तलवार को लंदन में हुई एक नीलामी में खरीदा था। नीलामी के वक्त माल्या ने इस तलवार के लिए डेढ़ करोड़ रुपये चुकाए थे। मौजूदा वक्त में इस तलवार की कामत करीब 1.8 करोड़ रुपये है। सोने की हथ्थे वाली इस तलवार पर बाघ की आकृति बनी हुई है। इसमें रूबी और अन्य जवाहरात भी जड़े हुए हैं। 2004 से ही ये तलवार माल्या के पास थी। अप्रैल 2016 में माल्या ने सुप्रीम कोर्ट में भारत में अपनी प्रॉपर्टी के तहत इस तलवार को भी दिखाया था और तब इस तलवार की कीमत एक करोड़ 80 लाख रुपये बताई थी।
बताया जा रहा है कि टीपू सुल्तान की ये तलवार अब गायब हो चुकी हैं। टीपू सुल्तान की तलवार का कुछ पता नहीं चल रहा है और इसी बात ने उन बैंकों की फिक्र बढ़ा दी है जिनका हज़ारों करोड़ रुपये लेकर माल्या देश से फरार हुआ है। सवाल है क्योकि माल्या के पास से टीपू सुल्तान की तलवार गायब होने का खुलासा खुद इन बैंकों की ओर से लंदन की कोर्ट में किया गया।
भगोड़ा डिक्लेयर होने के बाद माल्या की प्रॉपर्टी को फ्रीज कर दिया गया था। 2017 में कोर्ट के आदेश के बाद माल्या की ब्रिटेन में कई प्रॉपर्टी फ्रीज कर दी गई। लंदन हाई कोर्ट में माल्या की प्रॉपर्टी पर फ्रीज हटाने को लेकर सुनवाई हो रही हैं। भारतीय बैंकों ने लंदन के कोर्ट में यह अर्जी दी है कि माल्या को दुनिया भर में मौजूद अपनी प्रॉपटी को बेचने से रोका जाए। 13 भारतीय बैंकों की पैरवी कर रहे वकील ने कोर्ट में तर्क दिया कि जिस तरह से टीपू की तलवार का पता नहीं चल रहा, उसी तरह से माल्या अपनी अन्य संपत्तियों को भी गायब कर सकते हैं।
लंदन में बैठे माल्या का मुद्दा प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिटेन के सामने रखा है। अब सवाल ये है कि जिस तरह से माल्या देश से गयाब हो गया कहीं इसी तरह उसने इस ऐतिहासिक तलवार को ठिकाने तो नहीं लगा लिया है। हालांकि माल्या के करीबी सुत्रों के मुताबिक माल्या ने 2016 में ये तलवार किसी को दे दी थी क्योंकि उनके परिवार ने इस तलवार को अशुभ बताया था।
टीपू की इस तलवार को काफी रहस्यमय माना जाता है। कहा जाता है कि यह तलवार जिस किसी के भी पास रही, उसे मुश्किलों का सामना करना पड़ा। बताया जा रहा है कि इसी वजह से माल्या ने ये तलवार किसी को दे दी थी लेकिन उन्होंने ये तलवार किसे दी और अब ये कहां है इसका पता नहीं चल पाया है।
Latest India News