नई दिल्ली। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने मंगलवार को सुबह चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि अगले दो घंटों के दौरान तेज हवाओं के साथ धूल भरी हवा और बारिश के साथ तेज आंधी आएगी। उल्लेखनीय है कि दक्षिण पश्चिम मानसून 1 जून को केरल पहुंच चुका है और इसके साथ ही देश में चार महीने तक चलने वाला बारिश का मौसम शुरू हो चुका है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि हरियाणा के करनाल, पानीपत और सोनीपत में और उत्तर प्रदेश के शामली, बागपत, गाजियाबाद, मोदीनगर, मेरठ के साथ ही साथ दिल्ली के कुछ स्थानों पर अगले दो घंटों के दौरान तेज धूल भरी हवाओं के साथ आंधी आने और बारिश होने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ द्वारा बताया गया है कि संत रविदास नगर, मिर्जापुर, वाराणसी, सोनभद्र, चंदौली, गाजीपुर, ललितपुर, झांसी, महोबा,सहारनपुर, शामली, मुज्जफरनगर, बागपत, मेरठ, गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद, बुलंदशहर, हापुड़, अमरोहा, बिजनौर, अलीगढ़, मथुरा, संभल, बदौन, हाथरस, मुरादाबाद, कानपुर जिलों और आसपास के इलाकों में आंधी व तूफान के साथ गरज के साथ बारिश होगी।
अरब सागर में चक्रवाती गतिविधियों के कारण अनेक स्थानों में बारिश होने से सोमवार को देश के बड़े हिस्से में तापमान सामान्य से कम रहा। दक्षिण पश्चिमी मॉनसून अपने नियत समय पर सोमवार को केरल पहुंच गया और इसी के साथ चार माह तक चलने वाले बरसात के मौसम की शुरुआत हो गई। पश्चिमी विक्षोभ के चलते पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में कहीं कहीं वर्षा हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि अगले पांच दिनों में देश में लू चलने की कोई संभावना नहीं है।
राष्ट्रीय राजधानी में आंशिक रूप से बादल छाए रहे और अधिकतम तापमान 35.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। देश में वर्धा (विदर्भ) में सबसे अधिक तापमान 43.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो रविवार को मध्य प्रदेश के खरगोन में 44.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किए गए तापमान से एक डिग्री कम था।
आईएमडी ने कहा कि उत्तर भारत में सामान्य से अधिक मानसून की वर्षा होने की संभावना है, वहां मध्य भारत और दक्षिणी प्रायद्वीप में सामान्य वर्षा होगी। हालांकि, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में देश के अन्य हिस्सों की तुलना में कम बारिश होने की संभावना है। केरल के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई खासतौर पर कोझिकोड के वातकारा में।
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