4 दिन मौसम से 23 राज्य सावधान, आंधी, बारिश, तूफान और नुकसान से खौफ में लोग
मध्य प्रदेश के राजगढ़ में मंगलवार शाम को अचानक मौसम में बदलाव आया। तेज हवाओं के साथ कर्ई जगह पेड़ गिर गए तो कर्ई जगह मकानों के टीन टप्पर उड़ गए। तेज हवा की वजह से आज राजगढ़ के दौरे पर आ रहे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यक्रम के लिए बना पांडाल भी उड़ गया।
नई दिल्ली: देश के ज्यादातर हिस्सों में कुदरत का कहर जारी है। कुदरत की मार से लोग परेशान हैं। एक तो मौसम के बिगड़े मूड की वजह किसी को समझ नहीं आ रही है। ऐसे में मौसम विभाग की तरफ से चार दिन के अलर्ट ने देश को सावधान कर दिया है। देश के मध्य और उत्तरी भाग में मौसम के मिजाज़ की गड़बड़ी का सबसे ज्यादा असर देखने को मिल रहा है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, मध्य प्रदेश में मानसून की दस्तक से पहले मौसम ने अपना रंग बदल लिया है। आंधी-तूफान, बारिश और उससे हो रहे नुकसान से लोग खौफ में है और किसी के पास इस सवाल का जवाब नहीं है कि ये सब कब थमेगा।
उत्तर भारत में मॉनसून आने में भले अभी करीब दो हफ्ते का वक्त है लेकिन उत्तर भारत में तूफानी हवाओं और फटते बादलों ने फिर तबाही मचा दी है। कहीं बादल फटने से सैलाब तबाही लाया तो कहीं आंधी-तूफान के साथ आसमानी बिजली कहर बनकर टूटी है। जम्मू कश्मीर से लेकर हिमाचल प्रदेश तक कुदरत के कहर का एक जैसा मंजर है। डर इस बात का है कि मॉनसून से पहले ये हालात हैं तो मॉनसून आने पर क्या होगा।
शिवराज सिंह चौहान के कार्यक्रम के लिए बना पांडाल उड़ा
मध्य प्रदेश के राजगढ़ में मंगलवार शाम को अचानक मौसम में बदलाव आया। तेज हवाओं के साथ कर्ई जगह पेड़ गिर गए तो कर्ई जगह मकानों के टीन टप्पर उड़ गए। तेज हवा की वजह से आज राजगढ़ के दौरे पर आ रहे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यक्रम के लिए बना पांडाल भी उड़ गया। पिछले 3 दिनों से स्टेडियम में जोरदार तैयारियां चल रही थीं लेकिन मंगलवार शाम बादलों के साथ चली तेज आंधी ने जहां स्टेडियम प्रांगण में मुख्य टेंट के आसपास लगे टेंट व कुर्सियों को धराशाही कर दिया वही स्टेडियम से केंद्रीय विद्यालय के पास हेलीपैड तक लगे बैनर-पोस्टर फट गए।
खरगौन जिले में कई जगहों पर तेज आंधी के साथ हुई भारी बारिश
मध्य प्रदेश के ही खरगौन जिले में भी कई जगहों पर तेज आंधी के साथ भारी बारिश हुई। तेज बारिश और आंधी की वजह से कई मकानों में टीन की छतें उड़ गईं। एक कच्चा मकान ढह गया। कई जगह बिजली के तार टूट गए और पेड़ उखड़ गए जिससे कई जगहों पर रास्ते भी बंद हो गए। काफी देर ट्रैफिक रुका रहा। बस गनीमत ये रही कि इस आंधी और बारिश में कोई हताहत नहीं हुआ।
मोगा में आए तेज़ तूफ़ान और धुल भरी आंधी से काफी नुक्सान हुआ
पंजाब के मोगा में कल देर शाम आए तेज़ तूफ़ान और धुल भरी आंधी से काफी नुक्सान हुआ। रेलवे स्टेशन के बाहर लगे पेड़ जड से उखड गये। वहां से गुज़र रही एक कार भी इनकी चपेट में आ गयी। वहीं मोगा के रेलवे रोड पर बिजली के खम्बे टूट गए और बिजली की हाई टेंशन तार टूट गयीं जिससे पूरे शहर की बिजली गुल हो गई।
जम्मू कश्मीर के कई इलाकों में मॉनसून से पहले बारिश ने दी दस्तक
घाटी में भी मौसम ने अपना रूप बदला। जम्मू कश्मीर के कई इलाकों में इसी तरह मॉनसून से पहले बारिश ने दस्तक दी। जम्मू के साथ ही घाटी के कई जिलों में भी बारी बारिश हुई है। श्रीनगर और पुलवामा में भी बादल जमकर बरसे। दरअसल जम्मू समेत कश्मीर घाटी में पिछले कुछ दिनों से मौसम गर्म बना हुआ था। कई इलाकों में तो पारा सामान्य से आठ डिग्री ऊपर पहुंच गया था। आंधी-तूफान के साथ हुई बारिश जहां गर्मी से बेहाल लोगों के लिए राहत लेकर आई वहीं कई जगह पेड़ और मकानों की छत गिरने की खबरें भी आई हैं। मौसम विभाग के मुताबिक जम्मू कश्मीर में अगले 24 घंटे में बारिश हो सकती है।
हिमाचल प्रदेश में बादल फटने से हुई काफी तबाही
जम्मू कश्मीर से सटे हिमाचल प्रदेश में भी आसमान से बारिश आफत की तरह बरसी हैं। शिमला से करीब सौ किलोमीटर दूर रामपुर इलाके में सुबह करीब साढ़े आठ बजे बादल कहर बन कर टूटे। बादल फटने से काफी तबाही हुई है। पहाड़ से सैलाब की शक्ल में आया पानी अपने साथ मलबा लेकर आया जिसकी चपेट में कई घर आ गए। मूसलाधार बारिश अपने साथ सब कुछ बहाकर ले गयी। लोगों ने मुश्किल से अपनी जान बचाई। हिमाचल के कई इलाकों में आंधी-तूफान और बारिश का ये दौर फिलहाल थमने वाला नहीं है। कम से कम अगले चार दिन तो बिलकुल भी नहीं।