श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल में सुरक्षा बलों के साथ रविवार को हुई मुठभेड़ में हिज्बुल मुजाहिदीन के तीन “सर्वाधिक वांछित” आतंकवादी मारे गए। पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि आतंकवादी - सीर गांव के उमर फयाज लोन उर्फ “हमद खान”, मंदूरा के फैजान हामिद और मोनघामा के आदिल बशीर मीर उर्फ “अबु दुजाना”- आतंक अपराधों में उनकी मिलीभगत के लिए वांछित थे। इन अपराधों में सुरक्षा प्रतिष्ठानों पर हमले और आम नागरिकों पर अत्याचार शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि तीनों प्रतिबंधित हिज्बुल मुजाहिदीन आतंकवादी संगठन के साथ संबद्ध थे और पुलिस एवं सुरक्षा बलों के संयुक्त घेराव एवं तलाश अभियान के दौरान उन्हें पकड़ा गया था। त्राल के गुजर बस्ती गुलशनपोरा में उनकी मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिलने के बाद यह अभियान शुरू किया गया। प्रवक्ता ने कहा कि तलाश के दौरान, आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोली चला दी जिससे मुठभेड़ शुरू हो गई। उन्होंने कहा कि पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, लोन का 2016 के बाद से आतंक अपराधों को अंजाम देने का लंबा इतिहास रहा है और वह इलाके में कई आतंकी हमलों की साजिश रचने और उन्हें अंजाम देने में शामिल था।
प्रवक्ता ने बताया, “वह गुटरु बंगदार त्राल के पुलिसकर्मी हालिम कोहली और त्राल के मेहराज दीन जार्गर की हत्या के अलावा नागरिकों पर अन्य अत्याचार के कई मामलों के लिए जिम्मेदार समूह का हिस्सा थे।” उन्होंने बताया कि इसी तरह, आदिल बशीर मीर और फैजान हामिद का भी आतंक अपराधों का लंबा इतिहास रहा है और वे इलाके में कई आतंकावदी हमलों को अंजाम देने के जिम्मेदार हैं। प्रवक्ता ने बताया कि मुठभेड़ स्थल से अपराध साबित करने वाली सामग्रियां, गोला-बारूद और हथियार बरामद किए गए।
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