पटना। राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर की बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात के बाद राजनीतिक सरगर्मियां बेहद तेज हो चली हैं। अटकलें जताई जा रही हैं कि वो भविष्य में ममता बनर्जी के साथ जुड़ सकते हैं और सूबे में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर टीएससी के चुनावी रणनीतिकार के तौर पर काम कर सकते हैं।
प्रशांत किशोर और ममता बनर्जी की मुलाकात को लेकर जब शनिवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि वो खुल कल राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में इस बारे में बताएंगे। नीतीश कुमार ने कहा, “उन्होंने पिछले साल ही हमारी पार्टी से जुड़े हैं, वो चुनावी रणनीति बनाने वाली संस्था से भी जुड़े हैं और उसके लिए वो किसी के लिए भी काम करते हो उसका हमारी पार्टी से कोई लेना देना नहीं है।”
ऐसा माना जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में भाजपा के बढ़ते प्रभाव को रोकने और बंगाल पर अपनी पकड़ बनाए रखने में टीएमसी की मदद कर सकते हैं, इसी सिलसिले में उन्होंने ममता बनर्जी साथ मुलाकात की। आपको बता दें कि 2014 के आम चुनाव में भाजपा की शानदार जीत के बाद सुर्खियों में आए किशोर ने बाद में कई राजनीतिक दलों के साथ काम किया। वह पिछले साल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) में उपाध्यक्ष के तौर पर शामिल हुए, लेकिन उन्होंने एक चुनावी रणनीतिकार के रूप में काम करना जारी रखा।
पश्चिम बंगाल में भाजपा जीती 18 लोकसभा सीटें
हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में, भाजपा ने पश्चिम बंगाल में कुल 42 लोकसभा सीटों में से 18 पर जीत दर्ज की थी, जो राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस से सिर्फ चार कम है। शानदार प्रदर्शन से उत्साहित, भगवा पार्टी के नेता दावा कर रहे हैं कि उनका अगला लक्ष्य 2021 के राज्य विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को सत्ता से उखाड़ फेंकना है।
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