नई दिल्ली: मिशन चन्द्रयान-2 को लेकर एक बड़ी खुशखबरी है। चंद्रयान-2 ने आज चंद्रमा की पांचवीं कक्षा में प्रवेश कर लिया है। साइंस के शब्दों में इस प्रक्रिया को मेन्युवर कहते हैं। इसरो के मुताबिक चंद्रयान-2 ने चौथी कक्षा में आगे बढ़ाने की प्रक्रिया शुक्रवार को पूरी की थी, जिसके बाद रविवार को आखिरी मेन्युवर यानी प्रक्रिया को पूरा कर लिया। इस सफल कामयाबी के बाद अब 2 सितंबर को ओर्बिटर से लैंडर विक्रम को अलग किया जाएगा और 7 सितंबर को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र में ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ करेगा।
इसरो ने रविवार को कहा कि उसने चंद्रयान-2 को चंद्रमा की पांचवीं एवं अंतिम कक्षा में सफलतापूर्वक प्रवेश कराया और वह दो सितंबर को लैंडर को ऑर्बिटर से अलग करने की तैयारी कर रहा है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने इस प्रक्रिया (मैनुवर) के पूरा होने के बाद कहा कि अंतरिक्ष यान की सभी गतिविधियां सामान्य हैं।
इसरो ने एक अपडेट में कहा, “प्रणोदन प्रणाली का प्रयोग करते हुए चंद्रयान-2 अंतरिक्षयान को चंद्रमा की अंतिम एवं पांचवीं कक्षा में आज (एक सितंबर, 2019) सफलतापूर्वक प्रवेश कराने का कार्य योजना के मुताबिक छह बजकर 21 मिनट पर शुरू किया गया। चंद्रमा की पांचवीं कक्षा में प्रवेश कराने की इस पूरी प्रक्रिया में 52 सेकेंड का समय लगा। ”
एजेंसी ने कहा कि उसका अगला कदम चंद्रयान-2 ऑर्बिटर से ‘विक्रम’ लैंडर को अलग करना है जो दो सितंबर को दोपहर 12 बजकर 45 मिनट से एक बजकर 45 मिनट के बीच किया जाएगा। ‘विक्रम’ लैंडर सात सितंबर को तड़के डेढ़ बजे से ढाई बजे के बीच चंद्रमा की सतह पर पहुंचेगा।
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