अयोध्या: राम मंदिर मसले में मध्यस्थता करने कल अयोध्या पहुंच रहे अध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर के आगमन से पहले राम जन्म भूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य डॉ. राम विलास दास वेदांती ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर मुद्दे पर सुलह समझौता तभी होगा जब राष्ट्रीय सेवक संघ और राम जन्म भूमि न्यास चाहेगा। हालांकि अध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर के अयोध्या दौरे पर उन्होंने कहा कि उनका स्वागत है जैसे कि हर कोई भगवान राम के दर्शन को आते हैं वह भी आएं। लेकिन सुलह के प्रयासों से पहले उन्हें न्यास और संघ से मिलना होगा। डॉ. वेदांती ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि श्री श्री रविशंकर मध्यस्थता करने के लिए अयोध्या आएं लेकिन सबसे पहले मक्का के मदीना इमाम, हैदराबाद के इमाम, दिल्ली के इमाम, कश्मीर के इमाम से फतवा जारी करवाएं की अयोध्या में भव्य रामलला का मंदिर बनवाया जायेगा तभी उनका स्वागत किया जायेगा।
डॉ वेदांती ने कहा कि राम मंदिर की लड़ाई राष्ट्रीय सेवक संघ और न्यास ने लड़ी है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर आन्दोलन में दर्जनों बार जेल गए हैं। लाठी-डंडे खाकर यातनाएं सही है। कई बार नज़रबंद किये गए हैं। उन्होंने कहा कि हमारे देश के लाखों कारसेवकों ने बलिदान दिया है उस बलिदान को हम इतना जल्दी छोड़ने वाले नहीं है। अबतक 76 बार की लड़ाई में 3 लाख से अधिक लोगों ने अपना बलिदान दिया है। श्री श्री रविशंकर आ रहे हैं तो मंदिर निर्माण के लिए समझौता करें लेकिन अयोध्या में मस्जिद को लेकर कोई समझौता नहीं किया जायेगा। आपको बता दें कि कल अध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर अयोध्या में हिन्दू मुस्लिम पक्षकारों के साथ मध्यस्थता करने के लिए पहुंच रहे हैं। इससे पहले आज श्री श्री रविशंकर सीएम योगी से मिलकर मध्यस्थता करने की बातचीत कर चुके हैं।
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