श्रीनगर: दक्षिण कश्मीर में अनंतनाग जिले के अचबल में एक पुलिस दल पर जिन आतंकवादियों ने घात लगा कर हमला किया है, उन्होंने हमले में मारे गए छह पुलिसकर्मयिों के चेहरे विकृत कर दिए और इसके बाद उनके हथियार लेकर भाग गए। पुलिस महानिदेशक एसपी वैद्य ने बताया कि पुलवामा निवासी फिरोज नाम का एक उप निरीक्षक, एक चालक और चार अन्य पुलिसकर्मी इस हमले में मारे गए। वे लोग अपनी जीप में नियमित गश्त पर थे। ये भी पढ़ें: कैसे होता है भारत में राष्ट्रपति चुनाव, किसका है पलड़ा भारी, पढ़िए...
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस हमले के पीछे पाक आधारित आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा का हाथ होने का अनुमान है। संगठन अरवानी मुठभेड़ का बदला लेना चाहता था जिसमें उसका स्थानीय कमांडर जुनैद मट्टू के मारे जाने की बात मानी जाती है। बिजबेहरा इलाके के अरवानी में आज सुबह मुठभेड़ हुई और सभी तीनों आतंकवादियों के मारे जाने की बात समझाी जा रही है। कोई भी शव अब तक बरामद नहीं हुआ है। अधिकारियों ने बताया कि सेना भेजी गई है और इलाके में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
‘हताश आतंकवादी पुलिसकर्मयिों को बना रहे हैं निशाना’
जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक :डीजीपी: एस पी वैद्य ने कहा कि राज्य के पुलिसकर्मयिों पर आतंकवादी हमलों की संख्या में इजाफा आतंकवादियों की हताशा के कारण है। उन्होंने कहा कि उन्हें इन कृत्यों से रोकने के लिए जरूरी उपाय किये जाएंगे।
डीजीपी ने यहां संवाददाताओं से कहा, हम जरूरी कदम उठाएंगे। यह आतंकवादियों की हताशा है। चाहे आतंकवादी मारे जाए, या आम नागरिक या पुलिसकर्मी, असल में एक कश्मीरी की मौत होती है। खूनखराबा हमें कहीं लेकर नहीं जाने वाला, यह केवल मानवता की हत्या है। उन्होंने कहा कि आतंकवादी स्थानीय पुलिस को निशाना बना रहे हैं क्योंकि वह उनसे उत्सुकता के साथ लड़ रही है।
डीजीपी ने कहा, स्थानीय पुलिस आतंकवाद रोधी मोर्चे पर उत्सुकता के साथ काम करती है, इसलिए वे :आतंकवादी: उन्हें :पुलिस: निशाना बना रहे हैं। लेकिन मुझो विश्वास है कि हम इस पर जल्द ही नियंत्रण कर लेंगे।
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